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फिल्मी हस्तियों को ज्योतिष परामर्श देती- भावना बाहेती

जुनून हो तो क्या नहीं किया जा सकता, यह सिद्ध करके दिखा रही हैंं, कोलकाता निवासी भावना बाहेती । समाज के एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार में जन्म लेने के बावजूद उन्होनें परम्परागत शिक्षा से अलग हटकर ज्योतिष प्रवीण, ज्योतिष विशारद, ज्योतिष शिरोमणि, वास्तु रत्न आदि उपाधि ग्रहण की और अब ज्योतिष – वास्तुविद् के रूप में परामर्श दे रही हैं। आईये जानें उनकी कहानी उनकी जुबानी….

मैं भावना बाहेती कोलकत्ता निवासी हूँ। मेरा जन्म 13 फरवरी 1982 को कोटा शहर में एक मध्यमवर्गीय परिवार में सत्यनारायण मोहता तथा प्रभा मोहता के यहाँ हुआ। परंतु बचपन से शादी तक में फरीदाबाद (हरियाणा) में रही। वहीं मेरी शिक्षा भी हुई।

वर्तमान में मेरे पिताजी सत्यनारायण मोहता व माताजी प्रभा मोहता सिंगापुर में ही रह रहे हैं। मेरा भाई महेश मोहता ‘एक्सेंचर’ नामक कम्पनी में सिंगापुर ही कार्यरत है। भाभी मंजू मोहता सिंगापुर में ही डॉक्टरी की प्रेक्टिस कर रही हैं।

परिवार पारम्परिक के साथ ही अत्यंत धार्मिक प्रकृति का था। अतः बचपन से कब और कैसे ज्योतिष-वास्तु के प्रति रूझान पैदा हो गया, पता ही नहीं चला।


ऐसे बढ़े ज्योतिष – वास्तु की ओर कदम

मैंने अपनी बी.कॉम दिल्ली युनिवर्सिटी से पूर्ण की और साथ में कम्प्यूटर की शिक्षा ली। परंतु शायद इस डिग्री से मैं संतुष्ट नहीं थी। ऐसे में अपनी माता के सहयोग से मैने ज्योतिष सीखने का निर्णय लिया। इंडियन काऊंसिल ऑफ एस्ट्रोलोजिकल साईंस से मैंने ज्योतिष प्रवीण व ज्योतिष विशारद की दो साल की डिग्री प्राप्त की।

ज्योतिष में मेरी रूचि को देखते हुए पिताजी ने आगे पढ़ने की सलाह दी। इन्टरनेशनल स्कूल ऑफ एस्ट्रोलॉजी से मैने ज्योतिष शिरोमणि की शिक्षा ली। गुरूजन ने मेरी योग्यता देखकर मुझे अपने ही इंस्टीट्यूट में फैकल्टी के पद पर नियुक्त किया।

साथ-साथ मैंने ज्योतिष से जुड़े एआईएफएएस से कई क्रैश कोर्स और वर्कशॉप करके भी ज्ञान अर्जित किया। तीन साल की ज्योतिष शिक्षा के बाद मैंने अपनी प्रैक्टिस प्रारम्भ कर दी।


ससुराल भी बना सहयोगी

एक साल की शिक्षा प्राप्ति के बाद सन् 2005 में शादी हो गई। शुरूआती दो तीन साल मैंने अपने परिवार को ही देना उचित समझा। मेरे परिवार में ससुरजी स्व. गोवर्धनदास बाहेती एवं सासूजी शारदा बाहेती तथा जेठजी शिव बाहेती हैं जिन्होंने कभी पिता की कमी महसूस नहीं होने दी व जेठानी मितू बाहेती ने बहन की कमी पूरी की।

परिवार के साथ-साथ मुझे अपने ज्योतिष ज्ञान को भी आगे बढ़ाना था। अतः मेरे पति अरूण बाहेती ने मेरी ज्योतिष के प्रति रूचि देखकर, ज्योतिष को प्राथमिकता देकर इस क्षेत्र में आगे कदम बढ़ाने की सलाह दी। मुझे ‘‘इंडियन जैम्स एंड ज्वेलर्स’’ में ज्योतिष विशेषज्ञ तक का पद सम्भालने का भी मौका मिला।


फिल्मी हस्तियाँ भी बनीं, उनकी मुरीद

मैंने 19 साल की ज्योतिषीय यात्रा में हजारों कुण्डलियों का सफलतापूर्वक विवेचन किया। वहीं मैंने गोविन्दा, रजा मुराद जैसी बड़ी फिल्मी हस्तियों का कुण्डली विश्लेषण भी किया। इस ज्योतिष परामर्श के साथ ज्ञान प्राप्ति का सिलसिला भी सतत चलता रहा। मैंने एआईएफएएस से वास्तु रत्न की उपाधि भी प्राप्त कर ली।

मेरी सासू मां का हर पथ पर पूर्ण सहयोग रहा। हाल ही में मैंने अंक ज्योतिष की भी एडवांस डिग्री प्राप्त कर ली है। कोरोना महामारी के कारण अभी मैं घर में ही हूँ लेकिन मेरा सेवा अभियान थमा नहीं है, मैं घर से ही कार्यरत हूँ।

ईश्वर की अनुकम्पा से मुझे इस अनमोल ज्ञान की प्राप्ति हुई। मैं उन सभी लोगों की आभारी हूँ जिन्होंने इस यात्रा में मेरा सहयोग दिया।


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Sri Maheshwari Times

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