श्यामसुन्दर राठी
उद्यम क्षेत्र का ‘‘माहेश्वरी ऑफ द ईयर’’ अवार्ड इस बार दिया जा रहा है, प्रख्यात लघु उद्यमी आनन्द (गुजरात) के श्याम सुन्दर राठी को। श्री श्यामसुन्दर राठी ने न सिर्फ अपने लघु उद्योग को शिखर की ऊँचाई देकर गौरवान्वित किया बल्कि देशभर के लघु व मध्यम उद्योगों के लिये भी एक ऐसे मसीहा बनकर सामने आये जो उनकी हर समस्या के लिये हर पल संघर्ष करते रहे। उनके पिछले 20 वर्षो से लघु उद्योग के विकास हेतु तथा समाज सेवा के प्रयासों के लिये किये गये प्रयासों पर माहेश्वरी समाज गर्व अनुभव करता है।
वर्तमान में यदि कॉपर वायर के उत्पाद में विद्या वायर्स प्रा. लि. लोगों की जुबान पर यदि अत्यंत लोकप्रिय नाम है, तो इस उद्योग को स्थापित करने वाले आनन्द (गुजरात) निवासी श्यामसुन्दर राठी की प्रतिष्ठा उद्योग जगत में और भी अधिक है। इसके दो कारण है, एक अत्यंत लघु स्तर पर कॉपर वॉयर उद्योग की स्थापना करके उसे शिखर की ऊँचाई देना तथा उनके लघु व मध्यम उद्योगों के लिये अत्यंत संघर्षशील व्यक्तित्व।
जब कभी लघु व मध्यम उद्योगों पर कोई संकट गहराया तो देशभर के उद्यमियों की निगाहें श्री राठी पर जा टिकी और यह उचित भी रहा। कारण कि चाहे वे उद्यमियों के संगठन में किसी पद पर रहे अथवा नहीं लेकिन उन्होंने उद्यमियों के विश्वास को कभी डाँवाडोल नहीं होने दिया। वे हर बार एक क्रांतिकारी की तरह सशक्त रूप से समस्याओं को लेकर शासन के सामने इस तरह आये कि शासन को इन्हें हल करना ही पड़ा।
शून्य से शिखर का सफर:
श्री श्यामसुन्दर राठी का जन्म नागौर (राजस्थान) में 13 दिसम्बर 1948 को हुआ। प्रारम्भिक शिक्षा यहीं से ग्रहण कर वर्ष 1968 में कलकत्ता विश्वविद्यालय से कामर्स में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसके पश्चात् कोठारी ग्रुप मुम्बई में सेवा से अपने करियर की शुरूआत की। लगातार 13 वर्षो तक यहाँ सेवा देने के बाद कुछ नया करने का सपना उन्हें उद्योग जगत की ओर ले आया।
अत्यंत लघु स्तर पर वर्ष 1982 में ‘‘विद्या वायर्स प्रा. लि.’’ उद्योग की स्थापना कर एनामल्ड कॉपर वायर व स्ट्रीप्स तथा पेपर कवर्ड कॉपर वायर व स्ट्रीप्स के उत्पादन से शुरूआत की। वर्ष 2003 में सिल्वासा में एक और युनिट की शुरूआत के साथ उद्योग का विस्तार किया।
देश-विदेश में सफलता की पताका:
वर्तमान में श्यामसुन्दर राठी का उद्योग ‘‘विद्या वायर्स प्रा. लि.’’ कॉपर वायर्स के क्षेत्र में देश का एक अत्यंत जाना-माना नाम तो है ही, साथ ही यह विदेशों में भी अपने उत्कृष्ट उत्पादों से सफलता की पताका फहरा रहा है। देश के लगभग अधिकांश प्रतिष्ठित मोटर्स, ट्रांसफार्मर्स, ऑटोमोबाईल व इलेक्ट्रानिक उद्योग के उत्पादक उनके बड़े ग्राहकों में शामिल हैं। कई देशों को उनके उत्पाद निर्यात किये जा रहे हैं। ग्राहकों के इस विश्वास का कारण उनके उत्पादों की उत्कृष्ट क्वालिटी है।
ये उत्पाद बीआर्ईएस व आईएसओ-9001-2008 द्वारा तय मानकों के अनुसार बहुत ही उच्च क्वालिटी के मानक परीक्षण से गुजरते हैं। क्वालिटी परीक्षण के लिये कम्पनी के पास निजी उच्च स्तरीय परीक्षण प्रयोगशाला और विशेषज्ञों की टीम है। सर्वप्रथम इस प्रयोगशाला में उत्पादों का परीक्षण होता है, इसके बाद ही ये मार्केट में पहुँचते है। इस कठोर क्वालिटी मेनेजमेंट के कारण ही ‘‘विद्या वायर्स’’ ग्राहकों में एक विशिष्ट ब्राण्ड बन चुका है।
लघु उद्योगों को दिलाया सम्मान:
प्रतिस्पर्धा के इस दौर में लघु उद्योगों को भारी विषम परिस्थतियों से गुजरना पड़ता है। इन स्थितियों को निकट से देख व समझकर श्री श्यामसुन्दर राठी गत 20 वर्षो से लघु उद्योगों की समस्याओं के निराकरण व उनके विकास के लिये प्रमुख तौर पर काम कर रहे हैं। श्री राठी ‘फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन ऑफ स्माल इण्डस्ट्रीज ऑफ इण्डिया’ नई दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं, जिसके 5 हजार से अधिक सदस्य हैं।
श्री श्यामसुन्दर राठी वर्तमान में ‘ऑल इण्डिया वायर मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन’ के भी गत 10 वर्षों से अध्यक्ष हैं। पिछले 20 वर्षों में व्यापार एवं उद्योग से जुड़ी कई समस्याओं को भारत सरकार के समक्ष प्रस्तुत करके उनका निराकरण करवाने में सफल रहे, इससे लघु उद्योग जगत को बहुत राहत मिली।
सौगाते जिन्होंने लघु उद्योगों को दिलाया ‘‘बूम’’:
- वर्ष २००५ में टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन के लिये भारत शासन की ‘‘क्रेडिट लिन्क्ड केपिटल सबसिडी स्कीम (CLCSS) जिसमें अपग्रेडेशन के लिये मशीनरी खरीदी हेतु १५ ³ की सबसिडी।
- कॉर्पोरेट ग्राहक व शासकीय विभागों से देरी से होने वाले भुगतान की समस्या के निराकरण के लिये ‘‘DELAYED PAYMENT ACT’’ जिसमे 45 दिवस में भुगतान अनिवार्य। देरी पर ब्याज देय।
- वर्ष 2005-06 में कुछ कोर्ट निर्णयों से उत्पन्न हुई सेन्ट्रल एक्साईज ड्यूटी की समस्या के मामले में शासन के सहयोग से उचित समाधान जिससे वायर उद्योग पर कोई अतिरिक्त भार नहीं आया।
- वैश्विक औद्यौगिक आपदा वर्ष 2008-09 के दौरान प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री आदि के साथ भेंटकर औद्यौगिक परिदृश्य को पुनस्र्थापित करने के लिये बैंक से उद्योग जगत को अतिरिक्त फायनेन्स की उपलब्धता, ब्याज तथा एक्साईज ड्यूटी में रियायत आदि लाभ प्रदान करवाऐं।
- वर्ष 2008-10 के दौरान वित्त मंत्री के साथ तीन बजट पूर्व बैठकों में शामिल होकर कई ‘कर’ सुझाव दिये। इन्हें स्वीकार कर शासन ने लघु उद्योगों को एक्साईज, फैक्ट्री, लेबर व इन्सपेक्टर राज आदि का सरलीकरण किया तथा एक्साईज छूट व आयकर में राहत प्रदान की।
सेवा ने दिलाया सम्मान:
- लघु मध्यम उद्योग मंत्री के हाथों औद्योगिक क्षेत्र में विशिष्ट सेवाओं के लिये नेशनल अवार्ड-2009
- राष्ट्रपति के हाथों उत्कृष्ट उद्यमी नेशनल अवार्ड-2011
- बेस्ट मीडियम स्केल इण्डस्ट्री के लिये गुजरात स्टेट अवार्ड-2010
- गुजरात चेम्बर ऑफ कामर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज द्वारा बेस्ट मीडियम स्केल इण्डस्ट्रीज अवार्ड-2011
- इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन कौंसिल वेस्टर्न रीजन द्वारा ‘‘स्टार परफार्मर रीजनल एक्सपोर्ट अवार्ड-2011-12’’
- टी.वी. चेनल ET NOW द्वारा ‘‘लीडर्स ऑफ टूमारो’’ अवार्ड (टेलीकास्ट 08/10/2013)
- गत 14 नवम्बर 2015 को गुजरात की मुख्यमंत्री श्रीमती आनंदीबेन पटेल के हाथों इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (वेस्टर्न रीजन) के ‘‘रीजनल स्टॉर परफार्मर अवार्ड 2012-13’’ से सम्मानित
- संगठन FASII ने वर्ष 2010 में श्री राठी की अध्यक्षता में नई दिल्ली में मनाया ‘‘गोल्डन जुबीली उत्सव’’, इसमें पूर्व वित्त मंत्री तथा वर्तमान में राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी मुख्य अतिथि थे।
कई संगठनों से सम्बद्ध:
- सदस्य- MSME Board (अतिलघु, लघु व मध्यम उद्योग बोर्ड नई दिल्ली)
- सदस्य-सेंट्रल डायरेक्ट टेक्स एडवायजरी कमेटी, नई दिल्ली
- सदस्य-रीजनल सेन्ट्रल एक्साईज एडवायजरी कमेटी, वडोदरा (गुजरात)
- ट्रस्टी-सेन्ट्रल बोर्ड ऑफ इम्प्लाईज प्रोविडेंट फण्ड
- सदस्य- इम्प्लाईज स्टेट इन्श्योरेंस कार्पोरेशन
- एक्जीक्यूटिव कमेटी मेम्बर-वाईडिंग वायर्स एसोसिएशन ऑफ इण्डिया
- एक्जीक्यूटिव कमेटी मेम्बर-विठ्ठल उद्योगनगर इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन
- पूर्व अध्यक्ष-वल्लभ विद्यानगर टाउन क्लब-आणंद
- ट्रस्टी-महेश सेवा ट्रस्ट गुजरात
- सदस्य -आदित्य विक्रम बिड़ला मेमोरियल व्यापार सहयोग केन्द्र
समाज के विकास का सपना:
माहेश्वरी समाज में भी सक्रिय रूप से अपनी सेवा देते हुए गुजरात प्रदेश माहेश्वरी सभा के कार्यसमिति सदस्य व अ.भा. माहेश्वरी महासभा के कार्य मंडल सदस्य के रूप में अपनी सेवा दे रहे हैं। अ.भा. माहेश्वरी महासभा इण्डस्ट्री सेल (स्माल स्केल इण्ड्रस्ट्रीज) के श्री राठी संयोजक के रूप में भी सेवा दे रहे है।
समाज के विभिन्न भवनों में कक्षों के दान सहित शिक्षा तथा चिकित्सा हेतु भी जरूरतमंदों को सहायता देते रहे हैं। श्री राठी सिर्फ भौतिक ही नहीं बल्कि माहेश्वरी समाज के सर्वांगीण विकास का सपना देखते हैं। इसी के चलते समाज को सक्रिय योगदान दे रहे हैं।