सम्बंध ढूँढने में मुश्किलों के लिए महिला संगठन की पहल
- ‘‘गठबंधन’’ एन्ड्रोयड एप
- अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन
दिल्ली। अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन द्वारा विवाह संबंध सहयोग समिति ‘गठबंधन’ का गठन किया गया। इस समिति के एप का उद्घाटन भी गत 7 जून को हो चुका है।
विवाह संबंध सहयोग समिति ‘‘गठबंधन’’ की राष्ट्रीय प्रभारी शर्मिला राठी ने बताया कि अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन के अंतर्गत कार्य करने वाली इस समिति ने 5 आंचलिक ग्रुपों द्वारा इसका काम शुरू कर दिया गया। जिसमें उस अंचल की संयोजिका, सह संयोजिका और स्थानीय सदस्यों को जोड़ा गया और सभी आंचलिक सह प्रभारियों को सभी ग्रुपों से जोड़ा गया। सभी ने बायोडाटा आदान प्रदान का काम शुरू किया। 3 माह के अंतराल में ही 7 सम्बंध भी तय हुए। 5 जूम मीटिंग भी हुई।
प्रभारी प्रमुख शशि नेवर, राष्ट्रीय प्रभारी शर्मिला राठी, आंचलिक सह प्रभारी सुनीता, अर्चना, मंजू, रेखा, सुमित्रा व उनकी टीम ने 7 जून 20 को ‘‘गठबंधन’’ नाम से बनायी एन्ड्रोयड एप का उद्घाटन जूम मीटिंग पर आशा माहेश्वरी व मंजू बांगड़ के कर कमलों से करवाया। इसका उद्देश्य समिति सदस्यों के बायोडाटा मिलाने व भेजने के कार्य को सरल बनाना है। इस जूम मीटिंग में 750 से अधिक सदस्याऐ जुड़ीं व शर्मिला राठी ने संचालन किया।
अर्चना काबरा ने एप की विशेषताओं के बारे में जानकारी दी और सुनीता लाहोटी ने समिति की इस सत्र की योजना बताई। समिति की बहनों के लिए एप के प्रशिक्षण की कार्यशाला निरंतर चल रही है।
225 सदस्याओ का सक्रिय सहयोग:
इस समिति में पूरे देश के गांव व शहरों से 225 सदस्याएं इस कार्य को करने में जुड़ी हैं, जो इस एप में बायोडाटा अपलोड करेंगी एवं एप उन्हें मेचिंग सम्बंध ढूँढ कर दे देगा जिसे वे अभिभावकों को भेज सकेंगी। इसमें लड़कियों के लिए गांव/शहरों की और शादी के बाद किस तरह के कार्य करना चाहेंगी, इस तरह की सुविधाएं भी आज की जरूरतों को देखते हुए डाली गयी हैं।
इसमें बायोडाटा डालने वाले समिति सदस्य की जानकारी भी बायोडाटा में ही होगी ताकि वह सम्पर्क सूत्र का काम करते हुए रिश्ते होने में अपना योगदान दे सकें।
श्रीमती राठी ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्य को पूर्ण करने में रत्नी माँ, पूर्व अध्यक्षायें पदमा दीदी, मनोरमा दीदी, लता दीदी, गीता दीदी, विमला दीदी, सुशीला दीदी,कल्पना दीदी का आशीर्वाद मिला। वहीं ज्योति दीदी, शैला दीदी, और मधुजी प्रेरणास्त्रोत बनीं।
प्रदेश संयोजिकाएं दीप्ति, माया, छाया, अलका, रेखा (उत्तरांचल) मनीषा, ज्योति, अंतिमा, शांता, सुशीला (मध्यांचल) स्नेहलता, पुष्पलता, अरूणा, विभा, राधा, कृष्णा (पश्चिमांचल) संगीता, सुलोचना, चंद्रकला, मीना, शिवानी (दक्षिणांचल) मनीषा, पुष्पा, संगीता, इंद्रा, सुनीता, संतोष (पूर्वांचल) सहित सारी सहसंयोजिकाएं भी अपना सहयोग दे रही है।
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