Readers Column

सफलता-असफलता के बीच झूलती जिंदगी

परीक्षाओं का मौसम गया, रिज़ल्ट का मौसम आ गया। प्रायः सभी परीक्षाओं के परिणाम भी घोषित हो चुके हैं। हमारे समाज के बहुत से बच्चों ने अप्रतीम उपलब्धियां प्राप्त की। समाज को इन पर गर्व हैं। गर्व स्वाभाविक भी है और आवश्यक भी। ये होनहार समाज की शान हैं, आने वाला भविष्य हैं। सोश्यल मीडिया पर सम्मान समारोहों की तस्वीरें आनंदित कर रही हैं। माहेश्वरी टाइम्स भी अपनी खुशी और सामाजिक जवाबदारी जोशपूर्वक जता रहा है।

सफल चेहरे तो उजागर हो रहे हैं और आने वाला सुनहरा भविष्य बाह फैलाकर उनका अभिनंदन भी कर रहा है परंतु इस दौड़ में जो कुछ कदम पीछे रह गये हैं क्या उनकी जिंदगी में सब कुछ पीछे छूट गया है? क्या सब कुछ खत्म हो गया है? नहीं, कदापि नहीं, हार अंत नहीं होती है। एक और प्रयास की हार आरंभ है। एक नई ऊर्जा और विश्वास की हार मांगती है पुर्नमूल्यांकन। हार की बदली राह टेंशन, फ़्रस्टेशन, डिप्रेशन नहीं है।

kalpana gagdani

अगला वर्ष फिर परीक्षाएं लेकर आयेगा, ‘प्रगति और कार्यों की रफ्तार कभी नहीं थमेगी। अवसर ढूंढने से अनेकों नजर आयेंगे ‘‘गिरते हैं शहशहार ही मैदाने जंग में, जीत के लिये जरूरी है, गिरे तो फिर उठें। धूल झाडें और विचार करें कि कैसे गिर गए, कमी कहां रह गई? उसे बारीकी से ढूंढे। क्यूं, कब, कहां, कैसे, क्या गलत हुआ सोचें। इनके उत्तर ढूंढे और तैयारी करें नई परीक्षा की।


कुछ महत्वपूर्ण उपचार- अपने आप

  • कागज पेन उठाइये, पिछले कार्य और उचित परिणाम न मिलने के बीच का सारा घटनाक्रम याद कर कर के पेपर पर लिख डालिये। अब इसे बार-बार प़िढ़ये। सोचिये कहां कमी पड़ गई? कहां तक आपकी क्षमता उतनी ही है, कहां थोड़े प्रयास से आपकी क्षमता और बढ़ सकती है। कसर कहां रह गई और अब उसे असरदार कहां बनाना है?
  • हार कुछ पल के लिये उदास व नाराज करे ये स्वाभाविक है, पर उसे गले का हार मत बना बैठें। मानसिक पी़ढ़ा को मिटाने के लिये विशेष शारीरिक गतिविधि करें। जिम या कोई खेल इसमें बड़ा सहारा होगा। योग मेडीटेशन भी भरपूर साथ देंगे।
  • जिंदगी में आप पहले नहीं है जिसे हार मिली है। महान लोगों की सैंकड़ों जीवनियां छपी हैं। देश विदेश में हजारो पिक्चरें बनी हैं। ऑडियो बुक्स है। उन्हें प़ढ़े, सुने या देखें। आपमें नई ऊर्जा का संचार होगा। अपने स्तर पर, अपनी पसंद से सकारात्मकता को ढूंढे। फिल्मी सितारों के स्ट्रगल के वीडियों देखें। अब आप मानसिक और शारीरिक रूप से फिर शक्तिमान हो गये हैं। श्री गणेश करें। विघ्नहर्ता मंगलमूर्ति सब मंगल करेंगे।

उज्जवल भविष्य की शुभ कामनाओं के साथ


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