उद्योग और सेवा के ‘आदर्श’- Ramavtar Jaju
उद्योग व समाज सेवा आमतौर पर अगल-अलग क्षेत्र माने जाते हैं। लेकिन वास्तव में देखा जाऐ तो ये दोनों क्षेत्र एक जैसे ही हैं। उद्योग में रोजगार प्रदान कर लोगों की अप्रत्यक्ष रूप से सहायता की जाती है, तो समाजसेवा में जरूरतमंदों को सीधे रूप से । बस जरूरत है तो उद्यमी के अंदर सेवा भावना की। अपनी ऐसी ही सेवा भावना से उद्योग व सेवा का संगम बनकर दोनों ही क्षेत्रों में अपनी अमूल्य सेवा दे रहे हैं, इंदौर निवासी 75 वर्षीय रामअवतार जाजू। स्थिति यह है कि उद्योग जगत उन्हें उद्यमी समझता है तो समाजसेवा का क्षेत्र उन्हें समाजसेवी, जबकि वे तो दोनों ही क्षेत्र में पूर्ण रूप से समर्पित भाव से सेवा दे रहे हैं। श्री माहेश्वरी टाईम्स श्री रामअवतार जाजू (Ramavtar Jaju) की इन्हीं सेवाओं के लिये उन्हें अवार्ड ‘‘माहेश्वरी ऑफ द ईयर-2024’’ प्रदान करते हुए गौरवान्वित महसूस करती है।
इंदौर निवासी 75 वर्षीय रामअवतार जाजू सम्पूर्ण देश के माहेश्वरी समाज व उद्योग जगत के दाल उत्पादकों में एक अत्यंत सम्मानजनक नाम हैं। श्री जाजू का जन्म 25 जुलाई 1949 को स्व. श्री जयनारायण जाजू के यहाँ ब्यावर हुआ था। बचपन से प्रतिभावान रहे श्री जाजू ने कॉमर्स स्नातक स्तर की शिक्षा ग्रहण की। वह भी ऐसे दौर में जब वे किसी भी अच्छी नौकरी में लग सकते थे, लेकिन अपने पारिवारिक व्यावसायिक आदर्श को शिरोधार्य करते हुए अंतत: उन्होंने उद्योग व्यवसाय को ही अपना जीवन बना लिया।
लघु स्तर पर प्रारम्भ दाल उत्पादन का उद्योग वर्तमान में अपनी कई शाखाओं के साथ वटवृक्ष का रूप ले चुका है। इसके द्वारा निर्यात को लेकर भी कई पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। अपनी इस व्यावसायिक सफलता के बावजूद श्री जाजू समाजसेवा के क्षेत्र में भी प्रारम्भ से ही समर्पित रहे। यही कारण है कि समाजसेवा के क्षेत्र में उनकी ख्याति उद्योग जगत से कम नहीं है।
उद्योग के क्षेत्र में इसी वर्ष एक्सपोर्ट एक्सीलेंस गोल्ड ट्रॉफी
इंदौर की मशहूर कंपनी आदर्श ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड के चैयरमेन रामअवतार जाजू को गत 22 जून 2024 को मुंबई में आयोजित एक भव्य समारोह में महाराष्ट्र के राज्यपाल द्वारा फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन की ओर से अवार्ड से नवाजा गया। यह संस्था भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय के अन्तर्गत निर्यात संबंधी सुविधाएं और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले निर्यातको को इस पुरुस्कार से पुरस्कृत कर सम्मानित करती है। इसके अंतर्गत श्री जाजू को वर्ष 2020-21 तथा 2021-22 में वेस्ट जोन में सर्वाधिक फोरेक्स अर्निंग अर्थात निर्यात हेतु एक्सपोर्ट एक्सीलेंस अवार्ड गोल्ड ट्राफी से सम्मानित किया जा चुका है।
समाज सेवा में ‘‘भारत गौरव’’ सम्मान से अलंकृत
श्री माहेश्वरी समाज जयपुर द्वारा शताब्दी वर्ष अमृत महोत्सव के तहत 58वीं सामूहिक गोठ एवं महेश मेले में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला एवं उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी की उपस्थिति में विद्याधर नगर स्टेडियम में गत 15 सितम्बर 2024 को श्री रामअवतार जाजू को ‘‘माहेश्वरी भारत गौरव’’ सम्मान से अलंकृत किया।
‘‘माहेश्वरी भारत गौरव’’ सम्मान प्राप्त होने पर श्री रामअवतार जाजू का श्री माहेश्वरी विद्यालय ट्रस्ट इंदौर के बैनर तले सार्वजनिक सम्मान किया गया। इस गरिमामय समारोह की मुख्य अतिथि पूर्व लोकसभा अध्यक्ष, पदम् भूषण सुमित्रा महाजन थी। समारोह में बड़ी संख्या में विशिष्ठजन उपस्थित रहें। समारोह की शुरुआत कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती महाजन, ट्रस्ट अध्यक्ष पुरुषोत्तमदास पसारी, सचिव सी.ए. भरत सारडा समेत ट्रस्ट के उपाध्यक्ष हरीश माहेश्वरी, कोषाध्यक्ष पवन लड्ढा, सहसचिव अनिल झंवर व श्री पसारी ने स्वागत उद्बोधन में समाजसेवी श्री जाजू की कार्यशैली की प्रशंसा की।
निलेश सारडा द्वारा जीवन परिचय व सत्यनारायण मंत्री द्वारा श्री जाजू के सम्मान पत्र का वाचन किया गया। अतिथियों और ट्रस्ट पदाधिकारियों ने अभिनन्दन पत्र भेंट कर पगड़ी पहना कर श्री वेंकटेश देवस्थान के अंगवस्त्र व श्रीफल से श्री जाजू का अभिनंदन किया।
उद्योग जगत में शिखर की सफलता
श्री जाजू ने अपना व्यावसायिक जीवन सन् 1965 में मध्यप्रदेश के इंदौर शहर से प्रारम्भ किया था। इसके 12वें वर्ष सन् 1977 में महाराष्ट्र राज्य के जलगाँव में प्रथम दाल मिल इकाई की स्थापना की। इस व्यवसाय का सफलता पूर्वक नेतृत्व और संचालन करते हुए न केवल दाल मिलों की संख्या में वृद्धि की बल्कि निर्यात के क्षेत्र में भी अपने कार्यक्षेत्र का विस्तार विश्व के लगभग 40 देशों तक किया। वर्तमान समय में इनकी दाल मिलों की संख्या 7 है।
इंदौर, जलगाँव व मुंबई से संचालित इनके व्यवसाय आदर्श ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज को सामूहिक रूप से आदर्श ग्रुप के नाम से जाना जाता है और वे इस ग्रुप के चेयरमेन पद पर आसीन हैं। आदर्श ग्रुप की प्रमुख कंपनी‘आदर्श ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड’ भी है, जिसे भारत सरकार द्वारा एक ‘निर्यात सदन’ के रूप में मान्यता प्रदान की गई है। इस कंपनी के माध्यम से उच्च गुणवत्ता के खाद्य पदार्थ तथा मसालों आदि का निर्यात भी विश्व के लगभग 40 देशों को किया जाता है।
श्री जाजू अनेक विश्व व्यापार सम्मेलनों में भी भाग ले चुके हैं। अपनी इस व्यावसायिक सेवा के लिये श्री जाजू ‘‘राष्ट्रीय निर्यात पुरस्कार’’, ‘‘भारतीय उद्योग रत्न’’, ‘‘निर्यात श्री गोल्ड ट्रॉफी’’, ‘‘रजत ट्रॉफी’’ आदि कई सम्मानों से सम्मानित हो चुके हैं।
सेवा ने दिलाया सम्मान
श्री जाजू अब तक करीब 40 देशों की यात्राएं अनेक बार कर चुके है। इसके साथ कई वल्र्ड ट्रेड कांफ्रेंस में भाग लिया एवं कई सरकारी, अद्र्धसरकारी व्यापारिक प्रतिनिधि मण्डलों का भी विदेशों में प्रतिनिधित्व किया है। अमेरिका सरकार के कृषि मंत्रालय के आमंत्रण पर कृषि आधारित उद्योगो की स्थापना, आयात निर्यात की संभावनाओं एवं अमेरिका के साथ दलहन व्यापार बढ़ाने हेतु अमेरिका की यात्रा भी की है।
उनकी इन सेवाओं के फलस्वरूप वर्ष 1998 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा ‘राष्ट्रीय निर्यात पुरस्कार’ सें सम्मानित किया गया। तत्पश्चात् ‘इडियन इकॉनॉमिक डेवलेपमेंट एण्ड रिसर्च एसोसिएशन’ नई दिल्ली द्वारा ‘भारतीय उद्योग रत्न’ से सम्मानित किया गया। वर्ष 2001 में तत्कालीन वाणिज्य राज्य मंत्री श्री उमर अब्दुला द्वारा ‘निर्यात श्री’ गोल्ड ट्रॉफी से सम्मानित किया गया।
पैतृक रूप से मिली सेवा भावना
आपके पिताश्री ने आज से 56 वर्ष पूर्व ब्यावर में श्री बालमंदिर बालिका विद्यालय की स्थापना की थी, तब से निरंतर संचालित इस विद्यालय की वर्तमान कार्यकारिणी में श्री जाजू मार्गदर्शक की भूमिका निभा रहे हैं। इस विद्यालय में अध्ययनरत सभी समाजों की बालिकाओं की संख्या वर्तमान में 2500 तक पहुंच गई है। इसके साथ ही आपने अपने जीवनकाल में अनेक धार्मिक, आध्यात्मिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक संस्थाओं में सक्रियता से योगदान दिया तथा अनेक संस्थाओं के अध्यक्ष व अन्य पदों पर रहे।
आपने कई सार्वजनिक धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजनों में विशेष भूमिका निभाई। अपने पिता स्व. श्री जयनारायण जाजू के पद चिह्नों पर चलते हुए अपने कर्मपथ पर विभिन्न सामाजिक पदों और दायित्वों का समर्पित भाव से निर्वाहन कर रहे हैं। देवी अहिल्या वेद विद्यालय, इन्दौर, आरपीएल माहेश्वरी कॉलेज इंदौर तथा फेण्डस् ऑफ ट्रायबल सोसायटी, इन्दौर चैप्टर के अध्यक्ष हैं।
रोटरी क्लब, श्री अहिल्या माता गौशाला इंदौर, समन्वय परिवार इंदौर, ब्रह्मा सावित्री वेद विद्यापीठ पुष्कर, श्री महर्षि वेद व्यास प्रतिष्ठान पुणे, श्री भारतीय संस्कृति शिक्षण संस्थान इंदौर आदि कई संस्थाओं से सम्बद्ध होकर अपनी सतत सेवा देते रहे हैं। श्री जाजू ने अपने माता पिता की स्मृति में समाज के छात्रों के उच्च शिक्षा अध्ययन हेतु मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में ‘‘श्रीमती सीतादेवी जयनारायण जाजू माहेश्वरी छात्रावास’’ का निर्माण कर 7 अगस्त 2016 को देश के शीर्ष उद्योगपतियों, राजनेता, पत्रकार एवं समाजसेवियों की उपस्थिति में लोकार्पण करवा कर ए बी माहेश्वरी एज्युकेशनल ट्रस्ट इंदौर को समार्पित किया।
समाज को भी दी सतत सेवा
महासभा के 23वें सत्र के अर्थमंत्री के रूप में अपनी पहचान रखने वाले श्री जाजू अ.भा. माहेश्वरी महासभा से 20वें सत्र में कार्यकारी मंडल सदस्य के रूप में सम्बद्ध हुए और 22वें तथा 24वें सत्र में भी अपनी सेवा दी। 21वें, 25वें, 26वें, 27वें तथा 28वें सत्र में कार्य समिति सदस्य रहे।
श्री जाजू श्री आदित्य विक्रम बिड़ला व्यापार सहयोग केंद्र के संस्थापक सदस्य व ट्रस्टी हैं व वर्ष 1999-2007 तक कोषाध्यक्ष रहे। महासभा के 27वें सत्र में माहेश्वरी बोर्ड नागपुर के चेयरमेन रहे। ए.बी. माहेश्वरी एजुकेशन एण्ड चेरिटेबल ट्रस्ट व श्री महेश जनसेवा ट्रस्ट इंदौर के चेयरमेन के रूप में भी सेवा दे रहे हैं। बद्रीलाल सोनी माहेश्वरी शिक्षा सहयोग केंद्र भीलवाड़ा व श्री जयनारायण जाजू चेरिटेबल ट्रस्ट जयपुर के प्रबंध न्यासी, श्री माहेश्वरी जनकल्याण ट्रस्ट इंदौर के संस्थापक ट्रस्टी तथा ए.बी. माहेश्वरी एजुकेशन एण्ड चेरिटेबल ट्रस्ट कोटा के सचिव व ट्रस्टी हैं।
अ.भा. माहेश्वरी सेवा सदन पुष्कर, श्रीमती केसर बाई सोनी माहेश्वरी छात्रावास मुंबई, श्रीमती लक्ष्मीदेवी बालचंद मोदी बालिका छात्रावास कोटा, श्री रत्नीदेवी काबरा माहेश्वरी महिला सशक्तिकरण ट्रस्ट, म.प्र. पश्चिमांचल माहेश्वरी पारमार्थिक न्यास इंदौर, अ.भा. माहेश्वरी सेवा ट्रस्ट द्वारिका आदि कई संस्थाओं से भी सम्बद्ध हैं।
सभी को साथ लेकर चलने की सोच
श्री जाजू लंबे समय से अपने व्यवसाय के साथ ही विभिन्न सेवा संस्थाओं को भी नेतृत्व प्रदान कर रहे हैं। उनके कुशल प्रबंधन व सबको साथ लेकर चलने के स्वभाव की समाज में मिसाल दी जाती है। हर व्यक्ति को उसके योग्य जिम्मेदारी सौंपते हुए महत्व देना उनके नेतृत्व की विशेषता है। स्वभाव से वे अनुशासन पसंद अवश्य हैं, लेकिन उनका सेवा संस्थाओं में प्रबंधन का तरीका कार्पोरेट ढंग से अत्यधिक कठोर नहीं है। वे सभी के विचार जानकर चलना पसंद करते हैं।
समाज में श्री जाजू की विशिष्ट छवि पद्मश्री बंशीलाल राठी की तरह ‘‘कलेक्शन मास्टर’’ के रूप में भी है। जहाँ भी कोष संकलन की आवश्यकता महसूस हुई उन्होंने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई। श्री जाजू ने महासभा में अर्थमंत्री तथा श्री आदित्य विक्रम बिड़ला व्यापार सहयोग केंद्र में कोषाध्यक्ष रहते हुए कोष वृद्धि में जो योगदान दिया था वह अविस्मरणीय है।