हेमा फाउंडेशन द्वारा जीवन मूल्यों को समर्पित हेम-वर्च्यू का क्रांतिकारी कदम
संस्कार शिक्षा एवं मानवीय जीवन मूल्यों को समर्पित हेमा फाउंडेशन, आर आर ग्लोबल की सामाजिक गतिविधिओं की एक परोपकारी इकाई है, जो पिछले पाँच वर्षो से विभिन्न गतिविधओं के माध्यम से समाज में नैतिक-मूल्यों को पुनः स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। हेमा फाउंडेशन का लक्ष्य है – “नैतिक मूल्यों की ज्योति को प्रभावी एवं शस्कत रूप में योजनाबद्ध एवं चरणबद्ध तरीके से प्रत्येक विद्यालय, प्रत्येक विधार्थी एवं शिक्षको तक पहुँचाना” जिससे एक कर्तव्य परायण समाज का निर्माण हो सके।
इसे ध्यान में रखते हुए हेमा फाउंडेशन ने शिक्षक निर्देशिका “हेम-दिशा “ तथा कक्षा पहली से आठवीं तक के छात्रों के लिए “हेमफार्मेशन” एकीकृत मूल्य – आधारित शैक्षणिक पाठ्यक्रम, राष्ट्रीय पाठ्यचर्चा की रूपरेखा (NCF), राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT), केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) एवं राज्य बोर्डो जैसे हमारे केंद्रीय तथा राज्य शैक्षिक निकायों के दिशानिर्देशों के अनुसार केस स्टडीज के साथ तैयार किया है, जिसमे भूतकाल, वर्तमान एवं वैश्विक का समावेश है। साथ ही जीवन मूल्यों पर आधारित 48 प्रेरक लघु फिल्म का निर्माण किया है।
इस उपक्रम को देश के 20 राज्यों, 110 शहरों तथा हज़ारो शिक्षण संस्थाओं के लाखों छात्रों तक पहुंचाया है, जिसमे सोलापुर विश्विद्यालय में नैतिक मूल्य शिक्षा पर सर्टिफिकेट कोर्स एवं तिलक विद्यापीठ द्वारा शिक्षकों के लिए सर्टिफिकेट कोर्स तथा जीवन मूल्यों के उत्थान के लिए कार्यशालाओं का आयोजन प्रमुख है। साथ ही नैतिक शिक्षा को व्यापक रूप प्रदान करने हेतु “जीवन मूल्यों की पाठशाला” धारावाहिक डीडी नेशनल चैनल पर प्रत्येक शनिवार 11:30 बजे प्रसारण होता है।
नैतिक शिक्षा की समग्रता को समर्पित तथा आधुनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए HEM-VIRTUES एक क्रांतिकारी पोर्टल है, जिसमे मूल रूप से पठन सामग्री, मल्टीपल चॉइस (MCQ s) बहुविकल्पीय प्रश्न, गतिविधियां, प्रैक्टिकल (प्रयोगात्मक), टास्क, रिजल्ट, रिसर्च रिपोर्ट्स, ई-सर्टिफिकेशन, पुरस्कार, प्रोत्साहन आदि का समावेश है।
इस वेब-पोर्टल को नैतिक मूल्य प्रदान करने हेतु सबसे अधिक गतिविधि के लिए “गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स” द्वारा मान्यता दी है। छात्रों, शिक्षकों, स्कूलों व संस्थाओं के लिए नैतिक- मूल्यों पर आधारित नियमित वेबिनारो के माध्यम से 27 सप्ताह (कुल 9 जीवन मूल्य)
जैसे – 1 . अभय (साहस) 2. जिज्ञासा 3. प्रकृति का प्रेम (नेम प्लेट) 4. आत्मविश्वास (दगडू) 5. उम्मीद (आशाएं) 6. स्वच्छता 7. सांस्कृतिक मूल्य (संस्कृति) 8.दयालुता (परोपकार) 9. आंतरिक सम्भाव (अठन्नी की ख़ुशी) को तीन सप्ताह एक जीवन मूल्य , मनोवैज्ञानिक व विषेशज्ञों के मार्गदर्शन में संचालन किया जा रहा है।
शनिवार को वेबिनार में कक्षा पहली से बारहवीं तक के छात्रों के लिए रोचक गतिविधियां, पहेलियाँ, क़्विज वीडियो, प्रेरक कहानियां आदि का समावेश किया जाता है। विशेष रूप से नैतिक मूल्यों को अपनाने हेतु इस पोर्टल में ऑनलाइन प्रतियोगिता का प्रावधान है, जहाँ छात्र स्वयं को पंजीकृत कर विभिन्न प्रकार के प्रतियोगिता में भाग लेकर अपने गतिविधियों, टास्कों का ऑडियो-वीडयो अपलोड कर सकते है।
हेमा फॉउंडशन बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए छात्र द्वारा हल किये गये गतिविधिओं प्रश्नोत्तरी, पहेलियों पर प्रथम, द्वितीय और तृतीय आकर्षक पुरस्कार प्रदान करता है। ऑनलाइन प्रतियोगिताओं, गतिविधियों में भाग लेने के लिए www.hemvirtues.com पर अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते है। इसका मोबाइल संस्करण भी उपलब्ध है।
इतनी काम अवधि में हमने दो लाख दस हज़ार विद्यार्थियों, तीन हज़ार पाँच सौ से अधिक शिक्षकों, दो लाख आठ सौ विद्यालयों को वेबिनार के माध्यम से हेम वर्च्यू वेब पोर्टल से जोड़ा है।हेम वर्च्यू की इस लोकप्रिय गतिविधियों को देखते हुए मुंबई महानगरपालिका (MCGM) ने हेमा फाउंडेशन एवं महानगरपालिका के संयुक्त तत्वाधान में सभी स्कूलों में “हेम-सद्गुण” (Hem Virtues) कार्यक्रम को प्रस्तुत करने के लिए स्वीकृति प्रदान कर सभी स्कूलों तथा छत्रों को www.hemvirtues.com पर अपना रजिस्ट्रेशन करने का निर्देश दिया है।
इसके अलावा सामाजिक संगठन, कॉर्पोरेट जगत, अभिभावकों, प्रबंधको, वयस्कों के लिए प्रत्येक बुधवार को विशेषज्ञों को आमंत्रित कर वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है। इस मुहीम को सुव्यवस्थित रूप में क्रियान्वयन के लिए फाउंडेशन ने समाज के हितचिंतको, शिक्षाविदों, अधिकारियों समर्पित कार्यकर्ताओं का एक नेटवर्क निर्माण किया है, जो प्रभावी रूप से समाज में नैतिक मूल्यों के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है।