कोरोना में अपनों को खोया, समाज ने थामा हाथ
इन्दौर। कोरोना महामारी ने आज पूरे देश में कोहराम मचा रखा है। इस बीमारी ने कई अपनों को अपनों से दूर कर दिया। जिस परिवार में अगर मुखिया ही चले जाऐं तो बच्चों के सर से साया उठ जाता है। ऐसे में उनकों कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे ही बच्चों का लालन-पालन करने के लिए संस्था बरगद आगे आई है।
समाज के ऐसे बच्चे जिनके अभिभावक इस बीमारी से अपनों का साथ छोड़ चलें हैं, ऐसे बच्चों की शिक्षा, चिकित्सा सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं का खर्च संस्था के पदाधिकारी उठाएंगे और उन्हें अपने अभिभावकों की याद न आए इसकी भी चिंता कर उन्हें हमेशा खुशियां देते रहेंगे। उक्त विचार संस्था बरगद अध्यक्ष एवं माहेश्वरी समाज के प्रचार मंत्री, अजय सारड़ा एवं माहेश्वरी सामाजिक पारमार्थिक सेवा समिति के संस्थापक अध्यक्ष रविंद्र राठी ने एक कार्यक्रम में व्यक्त किए।
न्यू अग्रवाल नगर में आयोजित कार्यक्रम में समाज की एक बालिका को उपहार स्वरूप रविवार को गाड़ी भेंट की गई। संस्था बरगद अध्यक्ष अजय सारड़ा ने बताया कि कोरोना महामारी में अपने माता-पिता को खो चुकी युवती की मदद करने के लिए संस्था बरगद एवं माहेश्वरी समाज के पदाधिकारी आगे आये हैं। समाज की बेटी को मंजू पसारी ने स्व. श्री गिरधर गोपाल पसारी की स्मृति में उपहार स्वरूप गाड़ी भेंट की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मनीष बिरला विशेष रूप से उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि श्री बिरला ने बेटी को उपहार स्वरूप गाड़ी भेंट करते हुए कहा कि समाज के होते हुए बालिका अपने आपको अकेला न समझें, माहेश्वरी समाज का प्रत्येक घर ऐसी बेटियों के लिए खुला है। वहीं अध्यक्ष श्री सारड़ा ने कहा कि माहेश्वरी समाज के ऐसे प्रतिभावान विद्यार्थी जिन्होंने इस कोरोना महामारी में अपने अभिभावकों को खोया वह संस्था के पदाधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं। उनकी शिक्षा से लेकर चिकित्सा तक हर संभव सहायता समाज के पदाधिकारियों द्वारा की जाएगी।