पिता-पुत्र ने जीती कॉमरेड मैराथन
सूरत। पहाड़ी क्षेत्र में मुश्किल मानी जाने वाली कॉमरेड मैराथन में सूरत के एक सॉफ्टवेयर कारोबारी ललित पेड़ीवाल व उनके पुत्र गोपेश ने न सिर्फ एक साथ हिस्सा लिया बल्कि उसे सफलतापूर्वक पूरा भी किया। एक साथ यह कारनामा करने वाले संभवतः वे भारत के पहले पिता-पुत्र हैं।
57 वर्षीय ललित पेड़ीवाल ने यह दौड़ 11 घंटे 49 मिनट में पूरी की, जबकि 23 वर्षीय गोपेश ने 11 घंटे 44 मिनट का समय लिया। राजस्थान के चूरू जिले के छापर गांव के मूल निवासी ललित ने बताया कि उनका कारोबार तो कुर्सी पर बैठ कर काम करने का है, लेकिन दौड़ना उनका शौक है। 18 वर्ष की उम्र से ही वे नियमित रूप से सुबह दौड़ लगाते हैं।
2014 में जब सूरत में मैराथन का आयोजन हुआ तो उन्होंने पहली बार उसमें हिस्सा लिया और सफलतापूर्वक मैराथन को पूरा भी किया था। कॉमरेड्स मैराथन एक तरह की अल्ट्रा मैराथन है। 1921 से दक्षिण अफ्रीका के डरबन व पीटर मार्टीज बर्ग शहरों के बीच 89 किलोमीटर की इस मैराथन का आयोजन होता है। उल्लेखनीय है कि श्री पेड़ीवाल गुजरात प्रांतीय माहेश्वरी सभा के पूर्व अध्यक्ष मदन मोहन पेड़ीवाल के भाई है।