70 वर्ष की उम्र में समाज का नेतृत्व विजेंद्र माहेश्वरी (जाजू)
बूंदी निवासी विजेंद्र माहेश्वरी 70 वर्ष के वे युवा हैं, जिनकी सक्रियता व ऊर्जा का संपूर्ण समाज कायल है। यही कारण है कि जब बूंदी जिला सभा के अध्यक्ष के रूप में नेतृत्व चयन का मौका आया तो सभी ने 70 वर्ष के विजेंद्र माहेश्वरी पर ही विश्वास कर उन्हें नेतृत्व सौंपने की सहमति दी।
बूंदी राजस्थान के ग्राम माटूंदा में स्वर्गीय श्री भागीरथ जाजू एवं स्वर्गीय श्रीमती धनकंवर के यहां 4 सितंबर 1950 श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन ख्यात वरिष्ठ समाजसेवी विजेंद्र माहेश्वरी जाजू का जन्म हुआ।
प्राथमिक शिक्षा गांव में हुई। बाद में बूंदी में अध्ययन किया। सन 1969 में बीएसटीसी प्रशिक्षण प्राप्त कर 2 वर्ष तक पुश्तैनी किराना दुकान संभाली। इसी बीच स्वर्गीय जानकीदेवी सुपुत्री स्वर्गीय श्री गणेशलाल थैबड़िया गुढ़ा नाथावतान जिला बूंदी से विवाह संपन्न हुआ।
सन 1971 में पास ही के गांव किशनपुरा के सरकारी प्राथमिक विद्यालय में तृतीय श्रेणी शिक्षक के पद पर नियुक्ति हुई और 40 वर्ष के सेवाकाल में उसी ग्राम के प्राथमिक विद्यालय को सीनियर सेकेंडरी विद्यालय में क्रमोन्नत हुए।
अपनी शैक्षिक योग्यता एमए हिंदी बीएड तक बढ़ाकर प्राचार्य पद से 2011 में सेवानिवृत्त हुए। विद्यालय भवन विहीन उस विद्यालय में इन्होंने स्थानीय ग्रामीण सहयोग व विभिन्न सरकारी योजनाओं के माध्यम से 14 कमरे, बरामदे, चारदीवारी सहित सुसज्जित भवन का निर्माण अपनी देखरेख में करवाया।
उन्नत कृषि एवं शैक्षणिक कार्यों के प्रति समर्पित
सरकारी नौकरी के साथ इन्होंने पारिवारिक कृषि व्यवसाय को उन्नत किया और उन्नत तकनीक से खेती कर परिवार को समृद्ध बनाने में अपना योगदान दिया।
इसी के फलस्वरूप बूंदी शहर में सन 1980 में आशुतोष चावल उद्योग के नाम से एक चावल मिल की स्थापना की जिसका बाद में विस्तार किया,जो बासमती चावल के देशभर में विक्रय तथा विदेश में निर्यात हेतु उत्पादन में कार्यरत है।
कृषि में उन्नत तकनीक के आधार पर सन 1989 में अखिल भारतीय स्तर पर राष्ट्रीय कृषि मेला प्रगति मैदान नई दिल्ली में राजस्थान प्रदेश की ओर से भागीदारी करते हुए द्वितीय स्थान प्राप्त कर रजत ट्रॉफी हासिल की।
इसी प्रकार शैक्षिक क्षेत्र में भी उत्कृष्ट कार्यों के लिए जिला प्रशासन ने आपको सम्मानित किया। जिले के साक्षरता अभियान और शिक्षक प्रशिक्षणों में इनका विशेष योगदान रहा। साथ ही मंच संचालक के रूप में भी अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित की।
समाजसेवा में भी योगदान
इसी प्रकार सामाजिक क्षेत्र में भी विगत 25 वर्षों से बूंदी माहेश्वरी समाज में कार्यकर्ता के रूप में भाग लेकर सामाजिक कार्यक्रमों में विशेष सहयोग प्रदान किया।
इसके फलस्वरूप श्री माहेश्वरी पंचायत बूंदी में सांस्कृतिक संयोजक के रूप में तथा बाद में विभिन्न पदों पर रहते हुए 2007 से श्री माहेश्वरी पंचायत बूंदी के सचिव नियुक्त हुए और आज निरंतर १३ वर्षों से कार्य कर रहे हैं।
इन्हीं के कार्यकाल में संस्था का श्री माहेश्वरी पंचायत संस्थान के नाम से पंजीकरण हुआ और समाज उन्नयन, जनहित तथा श्री माहेश्वरी भवन में कई भौतिक विकास कार्य संपन्न हुए। इसी के साथ इन्होंने जिला माहेश्वरी सभा में विभिन्न पदों पर संयुक्त मंत्री, आयोजन मंत्री तथा प्रादेशिक सभा की कार्यकारिणी में रहकर सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लिया।
इसी कारण 70 वर्ष की उम्र में भी बूंदी जिले के माहेश्वरी समाजजनों ने 1 जनवरी 2020 से बूंदी जिला माहेश्वरी सभा के जिलाध्यक्ष के रूप में इनका चुनाव किया। वर्तमान में प्रदेश और अखिल भारतवर्षीय महासभा कार्यकारी मंडल सदस्य के रूप में भी श्री जाजू कार्यरत हैं।
वे समाजसेवा में अनवरत रूप से अपनी सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं। अभी वर्तमान कोरोना काल में भी समाजजनों के सहयोग से स्थानीय स्तर पर आमजनों और प्रशासन का सहयोग किया।
विनम्र, मृदु स्वभाव, अच्छे वक्ता एवं सांगठनिक कार्य कुशलता के कारण सभी वर्गों के बीच लोकप्रिय बने हुए हैं।