“धरती भूषण” से सम्मानित – कृष्णादेवी सिंगी
आमतौर पर कृषि को एक ऐसा श्रमसाध्य व्यवसाय माना जाता है, जिससे कतिपय शिक्षित वर्ग भी घबराता है। यही कारण है कि यह पुरुष प्रधान क्षेत्र ही रहा है। ऐसे क्षेत्र में नारी शक्ति का परचम लहराकर ‘‘धरती भूषण’’ सम्मान से सम्मानित होने वाली ‘‘माहेश्वरी शक्ति’’ हैं, ग्राम कांटाफोड़ जिला-देवास (म.प्र.) निवासी कृष्णादेवी सिंगी।
कांटाफोड़ जिला देवास (म.प्र.) निवासी कृष्णा सिंगी एक ऐसी आदर्श कृषक हैं जिन्होंने पति के देहावसान के बाद न सिर्फ कृषि को अपनी आजीविका बनाया बल्कि उससे अन्यों को रोजगार भी दिया। इतना ही नहीं वे अपनी आदर्श कृषि से ‘‘धरती भूषण’’ का सम्मान प्राप्त कर सम्पूर्ण प्रदेश के लिये सम्माननीय बनी हुई है। धरती भूषण से सम्मानित आप एक सरल सहृदया व सादगी से परिपूर्ण महिला है एवं एक कर्म योगी के रूप में अपना जीवन निर्वाह कर रही हैं।
पति की विरासत को दी ऊँचाई
श्रीमती सिंगी का जन्म श्री लक्ष्मीनारायण व लीलादेवी राठी के यहां राहुरी जिला अहमदनगर में 31 अक्टूबर 1950 में हुआ। आप चार भाई व तीन बहनों में दूसरे नंबर की हैं। आपने दसवीं तक स्कूली शिक्षा प्राप्त की और आपका विवाह 1968 में कांटा फोड़ निवासी श्री छगनलाल सिंगी के साथ संपन्न हो गया।
40 वर्ष वैवाहिक जीवन व्यतीत करने के बाद अचानक जीवनसाथी का देवलोक गमन हो गया। इस दु:ख को आपने भगवान की देन मानते हुए अपने आपको इस तरह तैयार किया कि श्री सिंगी द्वारा जो 16 एकड़ खेती की जाती थी उसे ही अपना जीवन जीने का जरिया बना लिया और स्वयं उस खेती को करने लगीं। इसमें गेहूं, चना, मक्का और सोयाबीन की फसल आपके द्वारा ली जाती है।
आधुनिक तकनीकों का भी साथ
आपकी दो बेटियां हैं अनीता मूंदड़ा व दूसरी छोटी बेटी मनीषा। आपकी भगवान में अटूट आस्था है। उनके आशीर्वाद एवं विश्वास से ही आज उनकी कृषि भूमि पर फ़सल लहलहा रही हैं। समय की ज़रूरत को समझ, अपने कृषि कार्य को सुचारु सम्पन्न करने के लिए इन्होंने मोबाईल की तकनीकों को भी सीखा।
अब अपने इस ज्ञान से खाद, बीज, दवाइयाँ, ट्रेक्टर के लिए स्वयं ही व्यवस्था करती हैं। सहकारी संस्था और बैंक से क्रॉप लोन लेकर आप अपनी खेती का संचालन करती हैं। अन्य लोगों को रोज़गार मिले इसके लिए खेतिहर मजदूरों द्वारा भी कटाई, निंदाई के कार्य करवाती हैं।
कृषि कार्य की समस्त व्यवस्थाओं का संचालन बखूबी स्वयं ही करती हैं। अपने मोबाईल से सभी परिजनों के सम्पर्क में रह खुशहाल जीवन जी रही हैं।