उज्जवल भविष्य के लिये जरूरी करियर मैनेजमेंट
करियर मैनेजमेंट – उज्जवल भविष्य के लिये जरूरी है करियर मैनेजमेंट। आमतौर पर यह अक्सर दिखाई देता है कि कई लोगों में प्रतिभा होती है, उसके बावजूद वे जीवन में सफल नहीं हो पाते। इसका कारण है, करियर प्रबंधन की कमी। इसके चलते वे न तो अपनी प्रतिभा को पहचान पाये और न ही उसके अनुरूप अपने करियर का चयन कर पाये।
आज की जनरेशन करियर ‘ऑरिएन्टेड’ है और हो भी क्यों नहीं? जिस रफ्तार से वक्त गुजर रहा है, उतनी ही रफ्तार से जिम्मेदारियां और जरूरतें भी बढ़ रही हैं। ऐसे में जरूरी है, सही समय पर सही काम से जुड़ जाना क्योंकि जितना अनुभव उतनी उन्नति। लेकिन ऐसे कई लोग हैं, जो अपना आधा जीवन काम की तलाश में या हाथ – पांव मारने में ही गंवा देते हैं।
उन्हें खुद नहीं पता होता कि वह किस क्षेत्र में, कौन सा काम करें। इसके चलते या तो वह अपना व्यवसाय बदलते रहते हैं या फिर दफ्तर। दोष किस्मत को देते हैं कि उनका करियर उनकी किस्मत की वजह से अभी तक सेट नहीं हो पाया। जबकि यह सौ फीसदी सच नहीं है क्योंकि करियर के बनने-बगड़ने में हमारे स्वयं की सोच, कोशिश और चयन का बहुत बड़ा हाथ होता है।
देखादेखी न चुनें करियर: करियर मैनेजमेंट
हमें पता होना चाहिए कि हमें क्या काम करना चाहिए। लेकिन स्वयं को जांचने-परखने की क्षमता व कला हर इंसान में नहीं होती। इसीलिए लोग करियर कॉउन्सलर के पास जाते हैं ताकि समय, ऊर्जा एवं धन आदि की बर्बादी से बच सकें। अधिकतर लोग या तो करियर चुनते वक्त जरा भी व्यावहारिक नहीं होते या अपनी कल्पनाओं के पीछे हो लेते हैं या फिर अपने यार-दोस्तों की देखादेखी अपने विषय एवं कार्य चुन लेते हैं। जिससे आगे चलकर उन्हें दिक्कतें आती हैं ।
यही कारण है कि कई लोगों को अपना कार्य या अपना व्यवसाय बोझ लगता है। उन्हें ऐसा लगता है कि उनका जीवन चल नहीं रहा घिसट रहा है। आगे चलकर काफी अंतराल के बाद उन्हें संतुष्टि नहीं अफसोस हाथ लगता है, क्योंकि गुजरा समय कभी लौट कर नहीं आता। इसलिए यदि आप अफसोस से नहीं भरना चाहते, अपने वक्त को अपने अनुभव में शामिल करना चाहते हैं और करियर का आनंद लेना चाहते हैं, तो अपना करियर चुनने से पहले कुछ बातों पर ध्यान दें।
पहले करें इस पर विचार: करियर मैनेजमेंट
*आपको कैसा कार्य भाता है? मेन्टल, फिजिकल, क्रिएटिव या रिसर्च संबंधी आदि?
*आपको आउटडोर काम पसंद है या इनडोर? अर्थात आप घर या दफ्तर में टेबल पर बैठकर काम करना चाहते हैं या बाहर फील्ड में?
*आपको कैसा काम करना है – परमानेंट, टाइमपास या फ्रीलांस?
*आपको कौन सी जॉब पसंद है? सरकारी, प्राइवेट, सोशल सर्विस, निजी व्यवसाय या फिर आप अपना कोई क्रिएटिव काम करना चाहते हैं।
*आपके जीवन में आपके करियर का उद्देश्य स्वयं के लिए है, देश के लिए है या फिर मनोरंजन के लिए?
*आपका आदर्श या रोल मॉडल कौन है? आपको किस तरह के लोग प्रभावित करते हैं। और जो लोग हैं वह किस क्षेत्र से जुड़े हैं तथा वह वहां तक कैसे पहुंचे हैं, जानें।
*अब तक आपको किस विषय से संबंधित इनाम, अवार्ड या उपलब्धियां प्राप्त हुई हैं? कोशिश करें कि करियर का चयन या रुख उसी दिशा में हो।
*आपकी किस खूबी की लोग अधिकतर तारीफ करते हैं और जिस चीज की लोग प्रशंसा करते हैं, उसी विषय को अपनी आय का साधन बनाने की कोशिश करें?
*कौन सा काम ऐसा है, जिसको करने में आपको थकावट व समय का पता नहीं चलता है तथा आपके लिए पैसों से ज्यादा आत्मसंतुष्टि मायने रखती है?
*किस तरह की किताबें पढ़ना या लोगों की चर्चा सुनना आपको भाता है तथा किस तरह के विषयों पर आप सरलता से तर्क-वितर्क कर लेते हैं?
*किस तरह की जानकारियां या काम की बातें आपको एक बार में बिना प्रयास के याद हो जाती हैं तथा अपनी ओर खींचती हैं?
*स्कूल-कॉलेज में ऐसा कौन सा विषय था, जिसमें कम मेहनत किए भी आप अधिक नंबर स्कोर कर लेते थे?
*अपनी इंटरेस्ट या हॉबी का मूल्यांकन करें कि आपको किस तरह के कार्य पसंद हैं? किस तरह की चीजें या विषय आदि आपको अधिक आकर्षित करते हैं तथा जो चीज आपको पसंद है, उसे करियर में कैसे बदला जा सकता है?
*किस तरह के नाटक, फिल्में, पत्र-पत्रिका एवं समाचार आदि आप को पसंद हैं?
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