महासभा के 30वें सत्र की बागडोर संभालेंगे- संदीप काबरा
गत दिनों आयोजित महासभा कार्यसमिति व कार्यकारी मण्डल की बैठक में 30 वें सत्र के महासभा के चुनाव हेतु पूर्व सभापति पद्मश्री बंशीलाल राठी, रामपाल सोनी तथा सभापति श्यामसुन्दर सोनी को अधिकृत किया गया। उन्होंने लोगों से लगातार सम्पर्क में रहकर सर्वसम्मति के लिए प्रयास किया और सभी का सहयोग मिलने से समिति के पदाधिकारियों का चयन करने में सफलता प्राप्त हुई। इनके अनुसार आगामी 30वें सत्र हेतु सभापति सन्दीप काबरा, महामन्त्री अजय काबरा, अर्थमन्त्री राजकुमार काल्या, संगठन मन्त्री प्रवीण सोमाणी, उपसभापति दक्षिणांचल अरूण भांगडिया, उपसभापति पश्चिमांचल राजेश बिड़ला तथा उपसभापति उत्तरांचल विनीत केला सर्वसम्मति से चुने गये। इस निर्वाचन की महासभा द्वारा अधिकृत घोषणा 18 जून को की जाऐगी। आईये डालें महासभा के नेतृत्व पर एक नजर।
नागौर जिले की परबतसर तहसील के पीरवा गांव के श्री उगमचंद काबरा व श्रीमती गौमती काबरा के परिवार में 1 दिसंबर 1975 को जन्मे संदीप काबरा की सामाजिक कार्यों में भागीदारी प्रारंभिक उम्र से ही रही है। बाल्यकाल से ही वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। छात्र जीवन में इन्होंने बाल-विचार, असमान विवाह, सहित कई सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ चलने वाले आंदोलनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
आम आदमी के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिये किये जाने वाले प्रयासों के साथ-साथ अन्य सामाजिक गतिविधियों में इनकी अग्रणी भूमिका रही। स्कूल तथा कॉलेज स्तर पर भी मेधावी छात्र रहे हैं। आपकी एक विशिष्ट सांस्कृतिक पहचान आपके परिवार का संयुक्त परिवार के रूप में रहना भी है। बड़े भाई राजेश काबरा भी व्यवसाय तथा समाजसेवा में आपके सहयोगी हैं।
स्नातक तक शिक्षित श्री काबरा ने जोधपुर को अपनी कर्मभूमि बनाया और यहाँ श्री पैकेजिंग (कोरोगेशन), पेलिकन क्वार्टस स्टोन, आशुतोष एण्टरप्राइजेस (कार्बन) तथा लक्ष्मी ऑटो इण्डस्ट्रीज (कार्बन स्लीपरिंग होल्डर निर्माण) आदि व्यवसायों का सफलतापूर्वक संचालन कर रहे हैं। आपकी धर्मपत्नी मंजू काबरा भी प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से कंधे से कंधा मिलाकर सेवा दे रही हैं।
समाज संगठनों में योगदान
लगातार महासभा के दो सत्रों में महामंत्री के रूप में सेवा दे रहे श्री काबरा वर्तमान सत्र के पूर्व 28 वें सत्र में भी सर्वसम्मति से महामंत्री रह चुके हैं। 27वें सत्र में संगठन मंत्री एवं महासभा के 26वें सत्र में कार्यसमिति सदस्य रहे हैं। वर्ष 2010-12 में अभा माहेश्वरी सेवा सदन पुष्कर में प्रबंध समिति सदस्य, वर्ष 2000-09 में अभा माहेश्वरी युवा संगठन में कार्यकारी मंडल सदस्य, वर्ष 1992-2000 में राजस्थान प्रादेशिक माहेश्वरी युवा संगठन व वर्ष 1992-2000 में राजस्थान प्रादेशिक माहेश्वरी युवा संगठन कार्यकारी मंडल सदस्य, वर्ष 2000-03 में अभा माहेश्वरी युवा संगठन कार्यसमिति सदस्य, माहेश्वरी पंचायत जोधपुर सदस्य तथा श्री माहेश्वरी भवन जोधपुर में प्रबंध समिति सदस्य, वर्ष 2007-12 में भी माहेश्वरी पंचायत सभा जोधपुर में सहवृत सदस्य रहे हैं।
श्री काबरा ने महासभा के 27वें सत्र के संगठन मंत्री के रूप में महासभा की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी। इसी का नतीजा था कि उन्हें 28वें सत्र में सर्वसम्मति से महामंत्री निर्वाचित किया गया। वर्तमान सत्र में चुनावी प्रक्रिया से निर्वाचित होकर उन्होंने महामंत्री पद की जो सफलता पूर्वक जिम्मेदारी निभाई, इसी ने उन्हें सर्वसम्मति से सभापति निर्वाचित करवाया। आप श्री आदित्य विक्रम बिड़ला व्यापार सहयोग केंद्र से भी सम्बद्ध होकर सक्रिय योगदान दे रहे हैं।
कई राष्ट्रीय संगठनों से सम्बद्ध
श्री काबरा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के बाल्यकाल से स्वयं सेवक रहे हैं। स्वदेशी जागरण मंच की राष्ट्रीय परिषद् के सदस्य, स्वदेशी जागरण मंच राजस्थान प्रदेश प्रवक्ता, स्वदेशी मेला आयोजन समिति महासचिव, स्वदेशी विचार फाउंडेशन अध्यक्ष, विवेकानंद योग एवं चिकित्सा अनुसंधान संस्थान राजस्थान के उपाध्यक्ष, ग्राम विकास समिति जोधपुर के कोषाध्यक्ष तथा 1996 से 2000 तक फुलेरा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के महासचिव रहे। खुदरा एफडीआई विरोधी जन संघर्ष मंच दिल्ली के प्रदेश संयोजक रहते हुए एफडीआई के विरोध में जन आंदोलन किया।
श्री काबरा ने 2002 से 2009 तक भारतीय नववर्ष महोत्सव समिति जोधपुर (2002-2009) के कोषाध्यक्ष पद पर सराहनीय सेवाएं दी। दस जमा दो पद्धति के विरोध में राजस्थान के सबसे बड़े छात्र आंदोलन के दौरान वे प्रदेश महासचिव की भूमिका में थे। सन 1989 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ाव रहा। इस दौरान उन्होंने जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय छात्र संघ का चुनाव भी लड़ा।
इससे पहले 1988 में श्री महेश शिक्षण संस्थान छात्र संघ में पदाधिकारी रहे। श्री काबरा जोधपुर जिला बैडमिंटन संघ के सदस्य, श्री महालक्ष्मी बालिका विद्यालय जोधपुर के सदस्य, भारत सरकार के उपक्रम एथिक्स कमेटी में 2016 से 2018 तक सदस्य, जाणता राजा आयोजन समिति 2019 के कोषाध्यक्ष, जनहित शिक्षण संस्थान के उपाध्यक्ष, राज्य स्तरीय युवा महोत्सव के सलाहकार मंडल सदस्य तथा 1988 से 1996 तक विद्यार्थी संरक्षण समिति के महासचिव सहित 1996 से 2000 तक उद्योग सलाहकार मंडल जयपुर ग्रामीण के सदस्य रहे हैं।
स्वदेशी मेले का बनाया कीर्तिमान
श्री काबरा ने देश के सर्वाधिक एवं सफल स्वदेशी मेले का लगातार आठ बार जोधुपर में आयोजन कर एक कीर्तिमान बनाया है। इस आयोजन में देश के सभी प्रमुख औद्योगिक राजनीतिक क्षेत्र के कार्यकर्ताओं का पर्दापण भी हुआ। इसे जोधपुर की धरा पर एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में देखा जाता है। वे लघु उद्योग भारती जोधपुर तथा इंडियन कार्बन सोसायटी दिल्ली के सदस्य तथा भारतीय विपणन विकास केंद्र सीबीएमडी की सलाहकार समिति के सदस्य भी रहे हैं।
नवाचारों में नहीं पीछे
सामाजिक व औद्योगिक संगठनों के विभिन्न पदों पर पदासीन रहते हुए श्री काबरा ने अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन बखूबी किया। श्री काबरा ने 2019 में अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महासभा के सान्निध्य में बतौर मुख्य संयोजक माहेश्वरी समाज के अंतरराष्ट्रीय महासम्मेलन के माध्यम से विश्व के विभिन्न कोनों में रह रहे समस्त माहेश्वरी बंधुओं को जोधुपर की धरा पर एक सूत्र में पिरोकर माला का रूप देने का प्रयास किया जिसमें वे सफल रहे।
इस सम्मेलन से उन्होंने दिखा दिया कि कोई भी कार्य व्यक्ति के दृढ़ निश्चय व प्रबल इच्छा शक्ति के समक्ष नगण्य है। इस महाकुंभ में उन्होंने जोधपुर को कई नवाचारों से रूबरू तो करवाया ही साथ ही शादी, समारोह व अन्य आयोजनों में व्यर्थ हो रहे भोजन के कण-कण को बचाने का संदेश भी दिया।
कई स्टार्टअप के लिए एक ऐसा प्लेटफॉर्म भी तैयार किया जहां उनकी उम्मीदों को पंख लगे। कई इनोवेटिव्ज आइडियाज के बूते कई स्टार्टअप ने राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करोड़ों के पैकेज हासिल किए। श्री काबरा ने औद्योगिक संगठनों के विभिन्न पदों पर रहते हुए भी काफी सराहनीय कार्य किए।
One Comment