‘संकल्प’ से आगे ‘सेवा’ की मिसाल – पूर्वी मप्र महिला संगठन
आमतौर पर सेवा संस्थाऐं अपनी गतिविधियों के लिये जो लक्ष्य तय करती हैं उन्हें हासिल करना भी बढ़ी चुनौती बन जाता है। लेकिन पूर्वी मप्र माहेश्वरी महिला संगठन एक ऐसा संगठन है जिसने हमेशा लक्ष्य से भी आगे बढ़कर अपनी सेवा गतिविधियों को अंजाम दिया है।
पूर्वी मध्यप्रदेश में लगभग 2443 सदस्याओं वाला पूर्वी मध्यप्रदेश माहेश्वरी महिला संगठन न सिर्फ प्रदेश के सेवा संगठनों बल्कि समाज के देश भर के संगठनों के लिये भी एक मिसाल बना हुआ है। कारण है प्रदेश अध्यक्ष अनिता जावंधिया के नेतृत्व व प्रदेश सचिव रंजना बाहेती तथा कोषाध्यक्ष रेणु झंवर के मार्गदर्शन में समर्पित भाव से सभी सदस्याओं द्वारा सतत रूप से दिया जा रहा योगदान। सभी के सामूहिक प्रयासों ने असंभव को भी संभव बना कर रख दिया।
पौधारोपण में बनाया कीर्तिमान
‘‘प्रकृति के रूप में ईश्वर का सम्मान’’ अभियान के अन्तर्गत संगठन द्वारा 5 हजार पौधों के रोपण का लक्ष्य रखा गया था लेकिन सदस्याओं के उत्साह ने इस लक्ष्य को पीछे छोड़ते हुए 8 हजार पौधों के रोपण का नया कीर्तिमान स्थापित करवा दिया। पूर्वी मध्यप्रदेश प्रादेशिक महिला संगठन अध्यक्ष अनिता जावंदिया ने बताया कि वृक्षों से औषधि मिलती है, और इससे ही पर्यावरण भी खिलखिला उठता है, जिससे हमारा जीवन भी खुशहाल होता है।
अत: पौधारोपण द्वारा ‘‘प्रकृति के रूप में ईश्वर का सम्मान’’ के हमारे लक्ष्य के अन्तर्गत प्रदेश में 5 हजार पौधों के रोपण का लक्ष्य रखा गया था। सम्पूर्ण प्रदेश में संगठन की सदस्याओं की संख्या 2443 है। इस अभियान में प्रत्येक घर से दो पौधे लगाने का संकल्प लिया गया था लेकिन सदस्याओं ने वह उत्साह दिखाया कि पौधारोपण की संख्या 8 हजार पौधों को पार कर गई।
लॉकडाउन भी बढ़ते कदमों को न रोक पाया
श्रीमती जावंदिया ने बताया कि जब यह संकल्प लिया गया था, तब कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन का दौर चल रहा था। ऐसे में 5000 पौधों के रोपण के लक्ष्य को प्राप्त करना भी अत्यंत कठिन कार्य था। इस स्थिति में संगठन की एकता ने काम किया। प्रदेश के साथ ही 4 संभाग, 22 जिला व 78 स्थानीय संगठनों ने मिलजुलकर इस पौधारोपण अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार किया।
इसके लिये लॉकडाउन अवधि में यथासम्भव समस्त संचार माध्यमों का उपयोग किया गया। समस्त कार्यकर्ताओं ने भी पूर्ण जिम्मेदारी के साथ न सिर्फ पौधारोपण अपितु इस अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार में भी सहयोग दिया। इसमें सचिव रंजना बाहेती, कार्य समिति सदस्या प्रतिभा झँवर आदि के साथ ही समस्त संभाग, जिला व स्थानीय संगठन की पदाधिकारी व सदस्याओं ने पूर्ण सहयोग दिया और अभियान को घर-घर तथा गाँव-गाँव तक पहुँचा दिया।
फिर लिया गौ संरक्षण का संकल्प
संगठन ने अब गांवों को संगठन से जोड़ने के साथ ही गौ संरक्षण का संकल्प भी लिया है। इसके लिये गाय के दूध से बने उत्पादों का ही उपयोग किया जायेगा। इसमें भविष्य में गाय के दूध से निर्मित उत्पादों को बनाना भी योजना में शामिल है। इसके साथ ही गाय के गोबर से निर्मित वस्तुओं के उत्पादन तथा उनके उपयोग का संकल्प भी लिया गया। इनके पीछे संगठन का लक्ष्य यही है कि गाय का अधिकाधिक महत्व बढ़े जिससे गौ पालन व संरक्षण में वृद्धि हो एवं इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण भी हो सके।
स्वास्थ्य की हर पल चिंता
प्रदेश की स्वास्थ्य एवं पारिवारिक समरसता समिति की गत 26 फरवरी को शिखा भदादा व कलावती जाजू के आतिथ्य में बैठक सम्पन्न हुई। इसमें शिखा जी ने स्वास्थ्य परीक्षण के लिए केम्प व दादी नानी के नुस्खे को बढावा देने के लिए कहा। श्रीमती जाजू ने बहू पढ़ाओ और उनका केरियर बनाओ पर वक्तव्य दिया।
समिति द्वारा प्रदेश में स्वास्थ्य परीक्षण केम्प का समय-समय पर विभिन्न स्थानों पर आयोजन भी किया गया। योग दिवस पर योग क्लास एवं मैडिटेशन शिविर लगाए गए। प्रदेश में डाइटीशियन एक्सपर्ट डॉ. ममता पांडे के वर्चुअल वेबीनार का आयोजन भी हुआ। जरूरतमंदों को दवाइयां व खाद्य सामग्री प्रदान कर सहयोग किया गया। सिवनी मालवा की सुनीता सारडा ने मेजरिंग पेशेंट मॉनिटर दान किया।
भावी पीढ़ी का विकास भी लक्ष्य
गीता परिवार द्वारा महापुरुषों पर आधारित फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में चयनित बच्चों को प्रदेश अध्यक्ष ने पुरस्कृत किया। 1 मार्च को प्रदेश के अंतर्गत समिति की मीटिंग निर्मला मारू एवं ज्योति बाहेती के आतिथ्य में सम्पन्न हुई। इसमें डॉ. श्वेता जावंधिया ने गुड टच, बेड टच, सेनेटरी पैड, कोरोना में सुरक्षा कैसे करें आदि समझाया।
बाल विकास समिति अंतर्गत तेजोमय मास्टर शेफ प्रतियोगिता में प्रदेश के 35 बच्चों ने भाग लिया एवं अपना स्थान निश्चित किया। संस्कार वाटिका में भी प्रदेश के बच्चों की सहभागिता रही। महेशनवमी के अवसर पर बच्चों के लिए रुद्राष्टक पाठ, मंत्र उच्चारण जैसी अनेक प्रतियोगिता रखी गयी।
महेशनवमी पर बच्चों के लिए अनेक प्रतियोगिता रखी गयी, जिसमें प्रदेश में रथ सजाओ, व्रत त्योहार पर कहानी सुनाओ आदि प्रतियोगिताऐं शामिल हैं। स्वतंत्रता दिवस, जन्माष्टमी, नंद उत्सव, दिवाली मिलन समारोह, अन्नकूट आदि उत्सव मनाये गये।
तकनीकी विकास में भी बढ़े कदम
कम्प्यूटर नेटवर्किंग एवं एडवांस तकनीकी शिक्षा समिति द्वारा राष्ट्रीय समिति के अंतर्गत बढ़ते कदम में प्रदेश की सदस्याओं ने प्रशिक्षण लिया। संगठन के सभी प्रोजेक्ट का ऑनलाइन आयोजन एवं प्रचार-प्रसार किया तथा कोरोना काल में समाज बंधुओं की मदद भी की गई।
प्रदेश में न्यूज़ रिपोर्टिंग एवं टेक्नोलॉजी संबंधित समस्या का निराकरण करने के लिए समिति हमेशा तत्पर है। फाग उत्सब, भजन वीडियो बनाओ प्रतियोगिता, गणगौर ऑनलाइन प्रतियोगिता एवं महेश वंदना के वीडियो बनाये गए।
पूरे प्रदेश में मकर सक्रांति पर हल्दी कुमकुम, खिचड़ी वितरण, गोदा-रंगनाथ विवाह उत्सव एवं पतंग सजाओ, महिलाओं के लिए वीरांगनाओं पर फैंसी ड्रेस जैसी अनेक प्रतियोगिताऐं आयोजित हुई।