चहुंमुखी प्रतिभा की धनी- Ranjana Baheti
समाजसेवा, शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट मार्गदर्शक, खेल में राष्ट्र स्तर तक सफलता तथा संगीत-नृत्य में विशिष्ट उपलब्धि। यदि कहें कि ये सभी विशेषता अकेली भोपाल निवासी रंजना बाहेती की हैं, तो जानकर आश्चर्य होगा। लेकिन यह यह सत्य है क्योंकि रंजना बाहेती (Ranjana Baheti) की चहुंमुखी प्रतिभा ने उन्हें वह सामर्थ्य दी कि जिसके बल पर परस्पर विपरीत माने जाने वाले क्षेत्रों में भी उन्होंने सफलता की पताका फहरा दी।
भोपाल निवासी ख्यात शक्कर व्यवसायी गोपालकृष्ण बाहेती की धर्मपत्नी रंजना बाहेती की समाज में विशिष्ट पहचान है। उनकी जितनी प्रतिष्ठा समाजसेवी के रूप में है, उससे भी अधिक ऐसी प्रतिभा के रूप में, जिनकी विशेषज्ञता से कोई क्षेत्र अछूता नहीं रहा। उनकी यही विशेषज्ञता उन्हें ऐसा मार्गदर्शक बनाती है, जिनका मार्गदर्शन सफलता के शिखर की ओर बढ़ने में अहम् भूमिका निभाता है।
विरासत में मिले सेवा के संस्कार
मानवता व समाज की सेवा के संस्कार उन्हें बचपन से विरासत में मिले, जो वर्तमान में उनकी सेवा यात्रा में सहयोगी बने हुए हैं। श्रीमती बाहेती का जन्म सन् 1972 में पद्म श्री सम्मान से अलंकृत प्रख्यात समाजसेवी व उद्यमी अ.भा. माहेश्वरी महासभा के पूर्व सभापति श्री बंशीलाल राठी के परिवार में हुआ था। अत: बचपन से ही सेवा भावना व संस्कार उनके जीवन में रच बस गये।

आपके माता-पिता श्रीमती चंद्रकला राठी और नंदकिशोर राठी ने आपको नैतिक मूल्यों और शिक्षा का महत्व सिखाया। फिर महज 19 वर्ष की आयु में आपका विवाह भोपाल के प्रसिद्ध शक्कर व्यापारी गोपाल कृष्ण बाहेती से हो गया। आपके पति गोपाल कृष्ण बाहेती समाज सेवा में सक्रिय रहकर भोपाल जिला सचिव के पद पर कार्यरत हैं। आपके पुत्र शुभम बाहेती और पुत्रवधू अदिति बाहेती बजाज फाइनेंस में उच्च पद पर कार्यरत हैं।
विवाह के बाद भी उच्च शिक्षा की डगर
विवाह के बाद भी आपने शिक्षा के प्रति अपनी लगन बनाए रखी और बी.ए. (ऑनर्स), एल.एल.बी. व एम.ए. (मनोविज्ञान) की उपाधियां प्राप्त कीं। आप वर्तमान में Mother’s Convent High School की प्राचार्या हैं। इसके साथ ही आप फ्रीलान्स काउंसलर के रूप में ज़ूम के माध्यम से और विभिन्न स्कूल-कॉलेजों में प्रत्यक्ष भी पैरेंटिंग व काउंसलिंग सेवाएं प्रदान कर रही हैं।

कॉलेज में शिक्षा के दौरान वाद-विवाद प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत हुई थी। छात्र संघ के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी बखूबी निभाई। आप भरत नाट्यम की भी अच्छी कलाकार रहीं। आप बैडमिंटन की राष्ट्रीय खिलाड़ी हैं और संगीत में विशारद और भरतनाट्यम में भी पारंगत हैं।
समाज में विशिष्ट योगदान
अपनी तमाम व्यस्तताओं के बावजूद आप पिछले 28 वर्षों से विभिन्न सामाजिक संगठनों में सक्रिय हैं। इसमें कोषाध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के रूप में कल्चरल वेलफेयर एसोसिएशन, निदेशक के रूप में ब्यूरोक्रेट्स एसोसिएशन तथा वर्किंग वूमन एसोसिएशन के रूप में सेवा दे रही हैं।

पूर्वी मध्य प्रदेश माहेश्वरी महिला संगठन की वर्तमान में अध्यक्षा हैं और इसी संगठन में पूर्व में सचिव भी रह चुकी हैं। उनकी सेवा के फलस्वरूप वर्ष 2004 में संस्कृति संरक्षण में नारी पुरस्कार, वर्ष 2009 व 2010 में यंगेस्ट प्रिंसिपल अवार्ड, वर्ष 2017 में नारी रत्न सम्मान तथा वर्ष 2019 में माहेश्वरी समाज नारी रत्न तथा अभिनीत सम्मान आदि से अलंकृत हो चुकी हैं।