Personality of the month

इमेज पैनोरमा की संस्थापक- Sarita Sharda

नारी को प्रकृति प्रदत्त रूप से कई गुण प्राप्त है, बस उन गुणों को समझकर उनका उपयोग करने की जरूरत भर है। दिल्ली निवासी सरिता शारदा (Sarita Sharda) एक ऐसी ही नारी हैं, जो एक आदर्श नारी की प्रकृति प्रदत्त भूमिका का निर्वहन करती हुई एक सफल एन्टरप्रेन्योर, फैशन स्टाइलिस्ट, लेखिका आदि के साथ ईमेज कंसल्टेंट व इमेज पैनोरमा संस्थापक के रूप में भी अपना विशिष्ट योगदान दे रही हैं।

राजस्थान के एक छोटे से गांव में जन्मी और दिल्ली में पली बड़ी हुई सरिता शारदा वर्तमान में नारी सशक्तिकरण के दौर की वर्तमान पीढ़ी के लिये किसी रोल मॉडल से कम नहीं हैं। उनकी पहचान एक सफल गृहिणी, मां, पत्नी, सलाहकार, सोशल एंटरप्रेन्योर, फैशन स्टाइलिस्ट, फैशन और मेकओवर लेखिका, इमेज कंसलटेंट और इमेज पैनोरमा की संस्थापक के रूप में है।

कई वर्षों से वे खुद को सभी नवीनतम शोधों, हर क्षेत्र में रचनात्मक और अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन, बौद्धिक सामग्री बनाने में व्यस्त रखती हैं, जो न केवल उन्हें सशक्त, स्वयं सिद्धा, अलग, बहुप्रतिभाशाली, गतिशील और बहुमुखी बनाते हैं बल्कि उन्हें एक वैश्विक महिला भी बनाते हैं।

सरिता स्वास्थ्य व आहार प्रबंधन में डिप्लोमाधारी होने के साथ इमेज कंसल्टिंग इंस्टीट्यूट द्वारा प्रशिक्षित भी हैं साथ ही फैशन डिजायनिंग व टेक्नोलॉजी में एडवांस डिप्लोमा तथा मानव संसाधन एवं प्रशासन में बी.कॉम. की उपाधि भी प्राप्त कर चुकी हैं।


जो व्यक्ति स्वयं अपने आपमें सम्पूर्ण हो वही तो किसी को इसके लिये सही मायने में प्रेरित कर सकता है। अत: उन्होंने जीवन के सभी क्षेत्रों में एक सकारात्मक और विजयी प्रभाव बनाने में मदद करके जीवन में मूल्य जोड़ने के लिए इमेज पैनोरमा लॉन्च किया। इमेज पैनोरमा का जन्म एक सरल विश्वास के साथ हुआ है कि Personal Style and Comfort को छोड़े बिना भी उन्नत और गतिशील व्यक्तित्व और व्यावसायिक छवि बनाई और हासिल की जा सकती है।

Image Panorama यहां आपके Image Elements and Resources का सर्वोत्तम उपयोग करने और Self-love में पड़ने की शिक्षा देकर जीवन में मूल्य जोड़ने के लिए है। यह सभी प्रकार के इमेज मेकओवर के लिए वन-स्टॉप समाधान है। इमेज पैनोरमा, देवियों और सज्जनों, किशोरों, भावी दूल्हा और दुल्हन और होने वाली माताओं के लिए, कॉर्पोरेट कार्यक्रम, व्यक्तिगत और साथ ही समूह परामर्श प्रदान करता है। इसके द्वारा कई समूहों को विभिन्न विषयों के लिए प्रशिक्षित किया गया। इसमें बॉडी लैंग्वेज, सोश्यल सम्पर्क, मेकअप-ग्रुमिंग, कम्युनिकेशन व लीडरशिप स्किल, टाईम मैनेजमेंट आदि शामिल हैं।


उनके ईमेज पैनोरमा से अलग-अलग जीवन शैली के लोगों के लिए विभिन्न प्रारूपों में Solutions & Recommendations किया गया ताकि उन्हें एक प्रामाणिक, उचित, आकर्षक Image and Personality पेश करने में सक्षम बनाया जा सके। इसका लाभ लेने वालों में प्रोफेशनल मास्टर शेफ, बिल्डर, व्यवसाय मालिक और निर्माता, डॉक्टर, चार्टर्ड अकाउंटेंट, कंपनी सचिव, कैरियर परामर्शदाता आदि शामिल हैं।

इसके साथ ही एमएनसी के टीम लीडर, होटल व्यवसायी, स्कूल शिक्षिका, ग्रहिणी व बच्चे आदि तक इससे लाभान्वित हो रहे हैं। पैâशन और मेकओवर लेखिका के रूप में उनकी लेखनी ने सभी को मार्गदर्शित किया। इसके अंतर्गत फाईडे गुड़गाँव, डेली गुर्जियन तथा फोकस 24 जैसे साप्ताहिक समाचार पत्रों के लिये स्तम्भकार के रूप में लेखन किया। उनके आलेख ब्यूटी एंड स्टाइल, रिस्पांसिबल पेरेंटिंग आदि कई पत्रिकाओं में भी प्रकाशित हुए हैं। उनके आलेखों को हमेशा ही पाठकों द्वारा सराहा गया।


सोश्यल एन्टर प्रेन्योरशिप, इमेज कंसल्टेंसी लेखन आदि ने उन्हें कई बार सम्मानित करवाया। इनमें परफेक्ट यू 21 ऑनर अवार्ड 2023, मणिकर्णिका नेशनल मंडल आर्ट 2023, यूनिक्यू कलेक्शन अवार्ड 2022, वुमन इंस्पायरेशन अवार्ड 2021, शी दी पावर बाय बिरला सीमेंट 2019, माहेश्वरी वुमन ऑफ वर्थ 2019, वुमन ऑफ द ईयर अवार्ड 2017 तथा न्यू ईयर अवार्ड (भारत निर्माण) 2013 आदि शामिल हैं।


सरिता शारदा वर्तमान में चल रहे नारी सशक्तिकरण के मुद्दे पर कहती हैं, ‘कोई भी व्यक्ति सशक्त तब होता है जब वह अपने व्यक्तित्व के तत्वों को पहचानें और उन्हें अपने गुणों के रूप में स्वीकार करते हुए उनका सदुपयोग करता है। उनका उपयोग वह अपने आपको सशक्त करने के लिए तो करता ही करता है, साथ ही साथ अपने संसाधनों से अपने आसपास के लोगों को भी सशक्त करता है।

मैंने अपने आप को तब सशक्त महसूस नहीं किया जब मैं पुरुषों के बराबर रही या जब तक मैं अपना हक पाती रही या फिर कामकाजी होने के बहाने अपनी मनमानी करती रही। अपितु मैंने अपने आप को तब सशक्त माना जब मैं ने नारी होने के नाते नारी के गुणों जैसे समर्पण, त्याग, प्रेम व स्नेह त्यादि को व्यवहार में लाते हुए कभी भी अपने आप को बेचारा नहीं समझा बल्कि इनका सही मायने में उपयोग करके मैं जिंदगी के हर पड़ाव पर विजेता रही।


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