समाजसेवी “उद्यमी”- विनोद माहेश्वरी
आमतौर पर लोगों की सोच है कि समाजसेवा व उद्यम दो विपरीत किनारे हैं। लेकिन मोदीनगर गाजियाबाद निवासी वरिष्ठ समाजसेवी विनोद कुमार माहेश्वरी ने दोनों का संतुलन स्थापित कर यह सिद्ध कर दिखाया कि सब कुछ सम्भव है, बस मन में कुछ करने का जज्बा चाहिये।
गाजियाबाद निवासी बी.ई. सिविल इंजीनियरिंग तक शिक्षित 75 वर्षीय वरिष्ठ विनोदकुमार माहेश्वरी की पहचान जितनी एक सफल कृषि विशेषज्ञ तथा उद्यमी के रूप में हैं, उससे कम समाजसेवी के रूप में भी नहीं है। समाज संगठन अंतर्गत श्री माहेश्वरी वर्ष 2001-07 तक पश्चिमी उ.प्र. माहेश्वरी सभा के कार्यसमिति सदस्य तथा अध्यक्ष भी रहे हैं। वर्ष 2013-16 तक अ.भा. माहेश्वरी महासभा के उत्तरांचल उपाध्यक्ष के रूप में अपनी सेवा दे चुके हैं। वर्तमान में उम्र के इस पड़ाव पर भी वर्ष 2016 से सतत रूप से अ.भा. माहेश्वरी महासभा के कार्य-समिति सदस्य के रूप में अपनी सेवा दे रहे हैं।
पैतृक रूप से मिली सेवा भावना
श्री माहेश्वरी का जन्म 23 फरवरी 1946 को मोदीनगर के ख्यात कृषि विशेषज्ञ स्व. श्री आनंद स्वरूप माहेश्वरी के यहां हुआ था। बचपन से ही समाजसेवा पारिवारिक संस्कारों के रूप में ही मिली। बी.ई. सिविल इंजीनियरिंग तक शिक्षा प्राप्त करने के बाद भी आपने अपने पैतृक व्यवसाय को ही चरमोत्कर्ष की ओर बढ़ाते हुए उद्योग जगत में भी कदम रख दिया।
राजनीतिक रूप से श्री माहेश्वरी का जुड़ाव कांग्रेस (ई) से रहा है। आप 10 वर्ष तक जिला कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष तथा वर्ष 1985-88 तक भोजपुर ब्लाक प्रमुख रहे। राजनीति में भी आपकी पहचान एक समाजसेवी की तरह ही रही।
शिक्षा दान को भी बनाया अभियान
श्री विनोद माहेश्वरी ने उत्कृष्ट शिक्षा को जन-जन तक पहुँचाने के लिये भी एक अभियान सा प्रारम्भ कर दिया। इसके अंतर्गत प्रतिष्ठित तुलसीराम माहेश्वरी पब्लिक स्कूल से वर्ष 1975, तुलसीराम मोहश्वरी पी.बी.ए.एस. इन्टर कॉलेज से वर्ष 1988 तथा तुलसीराम माहेश्वरी पी.बी.ए.एस. गर्ल्स इन्टरकॉलेज से वर्ष 1985 से सम्बद्ध होकर सतत रूप से अध्यक्ष के रूप में अपनी सेवा प्रदान कर रहे हैं।
पश्चिम उ.प्र. माहेश्वरी सभा को तीन सत्रों वर्ष 1999-2003, वर्ष 2006-2009 तथा 2009-2013 तक अध्यक्ष के रूप में अपना नेतृत्व प्रदान कर चुके हैं। इसके साथ ही समाज के प्रतिष्ठित जाजू ट्रस्ट पश्चिम उ.प्र. के संयोजक भी हैं।
सेवा के वृहद आयाम
10 वर्षों में गाजियाबाद जिला सहकारी बैंक से सतत रूप से संचालक के रूप में सम्बद्ध रहते हुए वर्ष 1987 से 1988 तक इसके अध्यक्ष भी रहे। गाजियाबाद जिला नागरिक परिषद व टेलीफोन सलाहकार समिति सदस्य के साथ ही तहसील की लीगल सेल के 5 वर्षों तक नामित सदस्य भी रहे। वर्ष 1992-1993 तक रोटरी क्लब ऑफ मोदीनगर के अध्यक्ष रहें।
इस दौरान रोटरी क्लब का मुख्य इवेन्ट ‘‘रायला’’ कराया। वर्ष 1994-1995 में मोदीनगर मे लायन्स क्लब मोदीनगर सेंट्रल की स्थापना की तथा उसके चार्टेड अध्यक्ष रहे। वर्ष 1999-2000 तक लायन्स क्लब इन्टरनेशनल एसोसिएशन के रिजनल-कोआर्डिनर तथा वर्ष 1997-18 तक जोन चेयरपर्सन रहे। नेताजी सुभाष स्मारक समिति मोदीनगर के वर्ष 1975-88 तक अध्यक्ष रहे हैं।