क्रांतिकारी समाजसेवी- सूर्यप्रकाश लड्ढा
राजस्थान के सोजत रोड पाली निवासी वरिष्ठ समाजसेवी सूर्यप्रकाश लड्ढा एक ऐसे क्रांतिकारी समाजसेवी है, जिन्होंने समाज संगठनों में कमियों के खिलाफ आवाज़ उठाने में कोई परहेज़ कभी नहीं किया। अपने उद्योग व्यवसाय के साथ-साथ 73 वर्ष की अवस्था में श्री लड्ढा समाजसेवा में न सिर्फ अपना योगदान दे रहे हैं, अपितु कमियों के खिलाफ आवाज़ भी बुलंद कर रहे हैं।
पाली(राजस्थान) में वैसे तो श्री लड्ढा की पहचान कृषि आदान से संबंधित एक सफल व्यापारी के रूप में है, लेकिन श्री लड्ढा ने इसके साथ-साथ समाजसेवा में भी अपना योगदान देने में कोई कसर नहीं रख छोड़ी।
उन्होंने यदि समाज संगठन में कोई कमी लगी तो समाजहित में उन्होंने निर्भिक होकर आवाज़ उठाई और समाज ने भी इसे महत्व दिया। उन्होंने राजस्थान प्रदेश के छह टुकड़े करने के विरोध में आवाज़ को बुलंद किया।
कोटा जिले में 12 वर्ष तक अनेक प्रयासों के बाद चुनाव नहीं हो पा रहे थे। ऐसे में वहां चुनाव संपन्न करवाए। अनेक ऐसे जिलों में चुनाव भी संपन्न कराए जहाँ कोई परेशानी आ रही थी।
प्रदेश, जिला, महासभा तथा सेवा सदन में हो रहे अनुचित कामों के बारे में मंचों से अपनी बातें प्रमुखता से रखी। समाज में कार्यकर्ताओं को समुचित अवसर न मिलने तथा भाई भतीजावाद चलने से विमुख होकर “एक पहल आपकी सेवा संस्था” सोजत रोड में स्थापना की।
सुसंकृत परिवार में जन्म
श्री सूर्यप्रकाश लड्ढा का जन्म 15 अगस्त 1948 को पाली(राजस्थान) में श्री जुगलकिशोर व श्रीमती रामज्योति बाई लड्ढा के यहाँ हुआ था। बचपन से ही भरे पूरे परिवार का संस्कारित माहौल मिला।
परिवार में श्री लड्ढा के साथ ही भाई सीए चंद्रप्रकाश व प्रॉपर्टी डीलर राजेंद्र लड्ढा के साथ ही तीन बहनें भी शामिल रही। बीकॉम तक प्रथम श्रेणी में शिक्षा ग्रहण प्राप्त कर पारिवारिक व्यवसाय संभाला ही था कि किशनगढ़ की भागवंती लड्ढा के साथ परिणय सूत्र में बंध गए।
वर्तमान में उनके परिवार में विवाहित पुत्री सीमा-रंगनाथ मूंदड़ा अहमदाबाद तथा सुचिता-अजय झंवर मुंबई के साथ ही पुत्र संदीप एवं पुत्रवधु मोनिका लड्ढा, पौत्र प्रणय एवं प्रबल लड्ढा भी शामिल हैं।