11 वर्षीय भाविका माहेश्वरी ने की रामकथा
सूरत। बाल व्यास भाविका माहेश्वरी ने कहा कि राम मंदिर भारत का राष्ट्र मंदिर भी है। भारत की आत्मा श्री राम में बसती है। जब सामजिक ढांचा बिगड़ रहा है, तब सबसे अधिक रामायण हमें सही मार्ग दिखाती है। उन्होंने अपील की कि हमारे जीवनकाल में राम मंदिर का निर्माण कार्य चालू हो गया है। हमें इसमें सहयोग का ऐतिहासिक मौका नहीं छोड़ना चाहिए।
भाविका माहेश्वरी ने यह बात उन्होंने सूरत में एक दिवसीय रामायण पाठ करते हुए कही। कथा का आयोजन अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के पूर्व जनजागरण हेतु किया गया। पूरे देश में श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण का कार्य प्रारम्भ हुआ।
इस मौके पर अमर शहीद राम-शरद कोठारी (कोलकाता) की बहन पूर्णिमा कोठारी की विशेष उपस्थिति रही। कथा के दौरान मंदिर निर्माण के लिए समाजजनों ने मुक्तहस्त से समर्पण किया।
श्री बालमुकुंद चांडक(1,21,121/-), श्री श्याम झंवर(1,11,000/-) एवं श्री मीठालाल घनश्याम केला(1,01,111/-) के साथ काफी लोगों सहयोग राशि की घोषणा की।
कार्यक्रम का संचालन श्वेता जाजू ने किया एवं कथा की व्यवस्था दिनेश राठी ने संभाली। इस मौके पर सूरत जिला माहेश्वरी सभा के अध्यक्ष अविनाश चांडक एवं टीम द्वारा पूर्णिमा कोठारी जी का सम्मान किया गया।