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जिन्होंने बनाया गणित सिखाने का ऐप- डॉ रश्मि मंत्री

अबेकस गणित की वह विधा है, जिससे चुटकियों में बड़ी-बड़ी गणनायें आसानी से हो जाती है लेकिन चुनौती है तो यह कि यह बच्चों को नीरस लगता है। डॉ रश्मि मंत्री ने इसी समस्या को आसान बनाने के लिये एक एप विकसित किया जो खेल-खेल में बच्चों को अबेकस सीखा देता है।

‘‘एक मां और उद्यमी डॉ. रश्मि मंत्री ने ग्लासगो यूएसफ में एक दुनिया का पहला गेम ऐप विकसित किया है जो बच्चों को गणित सीखने में मदद करता है। डॉ रश्मि मंत्री उम्मीद करती हैं कि उनका यह ऑनलाइन टूल स्कूली बच्चों के लिए चुने जाने वाला गणित सीखने का श्रेष्ठ एप्लिकेशन बन जाएगा। वे कहती हैं, ‘‘मैं बच्चों को गणित में आत्मविश्वास प्रदान करना चाहती हूँ। डॉ मंत्री ने अबेकस सिखाने के लिए एक अबेकस का उपयोग करने के बाद एक वैश्विक गणित सीखने के व्यवसाय ‘ब्रिटिश यूथ इंटरनेशनल कॉलेज’ की स्थापना की।’’


प्राचीन गणना पद्धति है अबेकस

वे बताती हैं ऊंगलियाँ, पेबल केलकुलेटर और कंप्यूटर इतिहास में बड़े नंबरों को गणना करने के लिए प्रयुक्त हुए हैं- लेकिन अबेकस एक ऐसी उपकरण है जो हजारों वर्षों के टेस्ट से गुजर गया है। ईसा से लगभग 2500 वर्ष पूर्व बाबिलोनियन्स द्वारा पहली बार इसका इस्तेमाल किया गया था, जो एक प्राचीन मध्य पूर्वी सभ्यता थी। अबेकस का इस्तेमाल विशाल संख्याओं से जुड़े गणितीय हिसाब-किताब करने के लिए मस्तिष्क को प्रशिक्षित करने में बहुत ही प्रभावी माना जाता है।

अबेकस एक प्राचीन गणना उपकरण है, जिसका आजकल अधिक इस्तेमाल नहीं होता है। कारण है कि आज जैसा कम्प्यूटर एक वैज्ञानिक एकेडमिक और सॉफ्टवेयर ट्रेनर है। ‘‘लेकिन अबेकस छात्रों को बड़े गणितीय हिसाब को मानसिक रूप से कैलकुलेट करना सिखाता है, बिना कोई कैलकुलेटर या कागज का इस्तेमाल किए। जब मेरा बेटा ध्रुव एक अबेकस का उपयोग करके गणित सीखता था, तब वह कैलकुलेटर से भी तेजी से गणितीय हिसाबों को कर सकता था।


ऐप ऐसे काम करता है

उनका नया ऐप दुनिया का पहला गेम आधारित अबेकस एप्लिकेशन है। इसकी चमकदार रंगीन ग्राफिक्स और करैक्टर डिजिटल गेम से प्रेरित है और बच्चों को सीखने की प्रक्रिया में आकर्षित करने के लिए डिजाइन किया गया है। रश्मि कहती हैं कि बच्चे हमारे गेम आधारित इंटरफेस को पसंद करते हैं।

गेम आधारित सीखने को लेकर तैयार हमारी ऐप का तत्काल प्रभाव बच्चों पर होता है और हम हमेशा उनकी आँखों मेंं वाओ फैक्टर सकते हैं। वे त्वरित रूप से खुशी से जुड़ जाते हैं और क्लास का आनंद लेते हैं। नए गेमों के प्रस्ताव के साथ हमने उनके समय पर होमवर्क जमा करने में विशेष सुधार देखा है, जिसे शिक्षकों, अभिभावकों और बच्चों द्वारा व्यापक रूप से स्वीकार किया गया है।


कोविड के दौर में हुआ साकार

कोविड-19 द्वारा उत्पन्न अस्थायी स्थिति के साथ-साथ उनके कम्प्यूटिंग बैकग्राउंड ने ऑनलाइन एप्लिकेशन के पूर्ण होने को गति दी। हालांकि उन्होंने 2017 में प्रोटोटाइप विकसित करना शुरू किया था। ग्लासगो मुख्यालय स्थित ब्रिटिश यूथ इंटरनेशनल कॉलेज द्वारा रश्मि का सुपरमैथ्स कोर्स 2015 में लॉन्च किया गया था ताकि बच्चे गणित सीख सकें।

इसके द्वारा नेशनल मैथ्स चैलेंज का आयोजन न केवल नियमित रूप से किया जाता है, बल्कि हाल ही में ऑनलाइन सुपरमैथ्स ओलंपियाड ने दुनिया भर के 4 से 14 साल के आयु वर्ग के बच्चों को भारी संख्या में आकर्षित भी किया। इसने इलपजब ने अंग्रेजी, प्रोग्रामिंग और साइबर सुरक्षा सिखाने में भी विस्तार किया है और हजारों छात्रों को वैश्विक रूप से ऑनलाइन कोर्स प्रदान किया।


फ्रेंचाइजी बनने का अवसर

कॉलेज दुबई और श्रीलंका सहित 10 वैश्विक फ्रेंचाइज चलाता है और हाल ही में हैंपशायर के बेसिंगस्टोक में अपनी पहली यूके फ्रेंचाइज की शुरुआत की है। आने वाले महीनों में इसके अतिरिक्त यूके में भी फ्रेंचाइजी की उम्मीद है। यह फ्रेंचाइजी के रूप में 99 प्रतिशत महिलाओं द्वारा ही संचालित है।

अन्तर्राष्ट्रीय महिला माह के अंतर्गत शून्य प्रतिशत फ्रेंचाइजी शुल्क में इससे जुड़ने का अवसर समाज की महिलाऐ ले सकती हैं। यूके में स्थित इस संस्थान द्वारा फ्रेंचाइजी को ट्रेनिंग, टीचिंग मटेरियल, लर्निंग एप व मार्गदर्शन प्रदान किया जाऐगा। इसे अपने घर से प्रारम्भ कर 1 से 50 लाख तक रुपये आय अर्जित की जा सकती है।


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