सेवा पथ का सफल नेतृत्व- रामेश्वरी भूतड़ा
समाजसेवा जब संगठित रूप से होती है तो उसकी सफलता असफलता उसके नेतृत्व की सफलता पर निर्भर करती है। जोधपुर निवासी रामेश्वरी भूतड़ा एक ऐसी ही समाजसेवी हैं, जिन्होंने जहां भी रहीं अपनी सफल नेतृत्व क्षमता की छाप अवश्य ही छोड़ी। वर्तमान में श्रीमती भूतड़ा पश्चिमी राजस्थान प्रादेशिक माहेश्वरी महिला संगठन अध्यक्ष के रूप में सेवा दे रही हैं।
वर्तमान में पश्चिमी राजस्थान प्रादेशिक माहेश्वरी महिला संगठन प्रदेशाध्यक्ष के रूप में सेवा दे रहीं रामेश्वरी भूतड़ा को समाजसेवा वास्तव में विरासत में ही मिली। श्रीमती भूतड़ा का जन्म 15 नवम्बर 1954 को धार्मिक व समाजसेवी भावना से ओतप्रोत परिवार में श्री रामगोपाल व श्रीमती गोपीदेवी राठी के यहाँ हुआ था।
अत: बचपन से ही समाजसेवा की भावना संस्कारों के रूप में ही प्राप्त हुईं। फिर जब जोधपुर निवासी नंदकिशोर भूतड़ा का जीवनसाथी के रूप में साथ मिला तो उनकी यह सेवा भावना परवान चढ़ने लगीं। वर्तमान में श्रीमती भूतड़ा प्रदेशाध्यक्ष के रूप में प्रदेश की महिलाओं के सर्वांगीण विकास के लिये कार्य कर रही हैं।
स्थानीय स्तर से नेतृत्व की शुरूआत
जोधपुर जिला माहेश्वरी महिला मंडल के चुनाव में 14 अगस्त 2002 में श्रीमती भूतड़ा को जिला अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया। फिर 2010 से 2012 तक पूरे राजस्थान की प्रथम उपाध्यक्ष रही। 2012 से 2015 तक राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति सदस्य व 2015 से 2018 तक राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य रहीं।
वर्ष 1993 से 2000 तक श्री माहेश्वरी समाज जोधपुर की पंचायत समिति सदस्य रही, उसमें महिला बाल विकास समिति की तीन बार संयोजक रही। इसमें कई कार्यक्रम जैसे डांस सिखाना डांडिया सिखाना, ढोलक बाजा सिखाना, ब्यूटी पार्लर का कोर्स एवं एक्यूप्रेशर के कैंप लगाना, पासपोर्ट बनाने आदि का कार्य एक छत के नीचे करवाया।
लर्निंग लाइसेंस बनवाए व नगर निगम से आदमी बुलाकर, विवाह के प्रमाण पत्र भी बनवाए। महिला उद्यमिता संयोजक के रूप में तीन चार बार मेले का आयोजन भी किया। जो महिलाए पहले से घर से काम कर रही है, उनको प्लेटफार्म देने के लिए बिल्कुल कम शुल्क में स्टाल देकर उनको प्रोत्साहित किया। इसमें समाज के मंत्री दामोदरलाल बंग का पूर्ण सहयोग रहा।
कुशल नेतृत्व बना मिसाल
अभी श्रीमती भूतड़ा का प्रदेशाध्यक्ष पद पर वर्ष 2020 से 2022 तक का कार्यकाल रहेगा। वे अभी अखिल भारतीय मुद्रा समिति की अध्यक्ष भी है, जिसका कार्यकाल 2019 से 2021 तक रहेगा। इसमें भी प्रतिभाओं का वार्षिक अधिवेशन में गिफ्ट सर्टिफिकेट देकर सम्मान किया जाता है।
अखिल भारतीय महिला संगठन से जरूरतमंद महिलाओं को गीली दाल की मशीन दिलवाई जिससे आज वे घर में बैठकर काम कर रही हैं। वर्ष 2004 में महेश नवमी संयोजक श्री माहेश्वरी समाज पंचायत समिति में 50 वर्ष में पहली महिला संयोजक बनने का गौरव श्रीमती भूतड़ा ने प्राप्त किया।
श्री माहेश्वरी समाज जोधपुर 2004 में महेश महोत्सव की प्रथम महिला संयोजक बनने का श्रेय भी श्रीमती भूतड़ा को ही है, जिन्होंने 17 दिन के कार्यक्रम में बहुत महत्वपूर्ण कार्य किए थे।