समाज सेवा और प्रबंधन क्षमता के धनी- गोविंद मालू
राजनीति में सबसे मुश्किल चुनौती है सर्वस्वीकार्य चेहरा होना और लम्बे समय तक निष्कलंक बने रहना! इंदौर जैसे महानगर में तो राजनीती में अपनी पहचान बनाना भी आसान नहीं है। लेकिन, भाजपा नेता गोविंद मालू ऐसे नेता है, जिन्होंने पार्टी के प्रति समर्पित होने के साथ ही सामाजिक कार्यों में भी अलग पहचान बनाई। वे समाज सेवा, लेखन और चुनाव प्रबंधन के साथ प्रवक्ता के रूप में जाने जाते हैं। 40 साल के अपने राजनीतिक जीवन में उन्होंने कई पड़ाव देखे हैं। लेकिन, अभी उनकी संगठनात्मक और प्रबंधन क्षमता की परख बाकी है।
राजनीतिक क्षेत्र में इंदौर निवासी गोविंद मालू की विशिष्ट पहचान भारतीय जनता पार्टी के एक ऐसे नेता के रूप में है, जो म.प्र. खनिज विकास निगम उपाध्यक्ष (राज्यमंत्री दर्जा) रह चुके हैं। वर्तमान में वे प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता हैं तथा मीडिया प्रबंधन के आप राजनीतिक क्षेत्र में चाणक्य माने जाते हैं।
श्री गोविंद मालू इंदौर से भारतीय जनता पार्टी में सन 1991 से मिडिया प्रभारी के रूप में जुड़कर संभागीय मीडिया प्रभारी एवं प्रवक्ता तथा विगत 5 वर्ष तक प्रदेश मिडिया प्रभारी व प्रवक्ता के रूप में अपनी जवाबदारी का सफलतापूर्वक निर्वहन कर चुके हैं। आपके ही नेतृत्व में राष्ट्रीय स्तर पर मिडिया सेल का सफलतापूर्वक संचालन किया गया तथा इंदौर में आयोजित भाजपा की राष्ट्रीय परिषद में आपके मीडिया प्रबंधन को राष्ट्रीय नेताओं ने सराहा।
भाजपा ने आपकी प्रतिभा का सम्मान करते हुए हरियाणा, हिमाचल व उत्तरप्रदेश के चुनावो में भी मिडिया प्रबंधन का दायित्व सौपा था। वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के प्रकाशन प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रभारी भी रहे हैं।
वर्ष 1980 से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयं सेवक के रूप में कार्य करते हुए वनवासी कल्याण परिषद् सेवा भारती विहिप के माध्यम से सेवा कार्य किए तथा सक्रिय राजनीति से सम्बद्ध हुए थे। रामकार सेवा, राम जन्म भूमि आंदोलन में पूर्ण समर्पण व पूर्णकालिक रूप से जुड़े रहे।
समाज बना सेवापथ का प्रशिक्षक
श्री मालू को राजनीति में सेवापथ का पथिक बनाने का श्रेय माहेश्वरी समाज संगठनों को दिया जा सकता है। श्री मालू ने माहेश्वरी समाज संगठनों में जो सेवा दी उन्होंने राजनीति के पथ पर भी उन्हें सम्बल दिया।
विद्यार्थी जीवन में विभिन्न वाद–विवाद व गायन प्रतियोगिता के विजेता रहे। श्री मालू ने नाटकों में भी महत्वपूर्ण किरदार निभाये। लेखन के क्षेत्र में भी आपको माता सरस्वती का वरदहस्त प्राप्त है। श्री मालू ने अपनी लेखन प्रतिभा को समय के साथ-साथ ‘स्वदेश’ से लेकर ‘दैनिक भास्कर’ समाचार पत्र में खेल प्रतिनिधि के रूप में निखारा।
श्री गोविंद मालू का जन्म स्व. श्री घनश्यामदास मालू के ज्येष्ठ पुत्र के रूप में इंदौर में हुआ तथा यहीं पर स्कूली शिक्षा के साथ साथ एम.काम. तथा एल.एल.बी ‘‘साहित्यरत्न” तक शिक्षा प्राप्त की। सामाजिक जीवन का सफ़र माहेश्वरी युवा संगठन, माहेश्वरी समाज इंदौर, माहेश्वरी सहकारी पेढ़ी से गुजरता हुआ पश्चिमांचल माहेश्वरी युवा संगठन के महामंत्री तक अपने दायित्व का बखूबी अंजाम देते हुए पंहुचा।
आपके लेख नवभारत टाइम्स, दिनमान व अन्य राष्ट्रीय पत्रिकाओ में प्रकाशित होते रहे। अपने व्यक्तित्व के रचनात्मक पहलु को ‘‘आनन्द गोष्ठी” संस्था के माध्यम से शहर में पहचान दिलाई। आप इंदौर खेल पत्रकार संघ के दस वर्षो तक कोषाध्यक्ष रहे।
समाजसेवा में भी विशेष योगदान
माहेश्वरी समाज में वर्ष 1974 से कार्य करते हुए युवा संगठन में उत्सव मंत्री के रूप में कार्य किया, साहित्यिक गतिविधियों को समाज में बढ़ाया व परिसंवाद सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए अभियान चलाया। 1978 में युवा सम्मेलन के प्रमुख पदाधिकारी रहे तथा स्मारिका का सम्पादन भी किया, फिर युवा संगठन के मंत्री रहे।
पश्चिमांचल युवा संगठन के महामंत्री रहे व प्रदेश के दौरे किए। माहेश्वरी सहकारी पेढ़ी के चुनाव में पहली बार लड़ते हुए सर्वाधिक मतों से जीते। पेढ़ी में वर्षों तक संचालक और कोषाध्यक्ष रहकर समाज के कमजोर वर्गों को आर्थिक रूप से सम्पन्न बनाने में मदद की।
समाज सेवा और धार्मिक आयोजनों में सदैव अग्रणी रहकर शहर में अपनी अलग पहचान बनाई। संस्था आनंद गोष्ठी के माध्यम से आपातकाल मेंं वैचारिक जनजागरण का काम विचार गोष्ठियों के माध्यम से किया। भूमिगत रूप से कई अभियान आपातकाल के खिलाफ चलाए।
संस्था द्वारा खेल कूद के क्षेत्र में कई आयोजन किये। क्रिकेट स्पर्धाओं और कमेंटरी प्रतिस्पर्धा का आयोजन कई वर्षों तक किया।
सहकारी संस्थाओं के विशेषज्ञ
आपके व्यक्तित्व के सतरंगी पहलू रहे। आकाशवाणी पर भी आपकी परिचर्चा व वार्ता प्रसारित होती रही हैं। आप नेहरु स्टेडियम संचालन समिति के साथ-साथ इंदौर डिविजन क्रिकेट एसोसिएशन के वित्त समिति के दो बार अध्यक्ष व सहकारी संस्थाओ के भी विशेषज्ञ रहे है।
म.प्र. के कुछ सहकारी संस्थाओ में मार्गदर्शक के रूप में योगदान भी दिया। आपने कई कार्यकर्ताओं को सहकारी संस्थाओ से जोड़ा है। इंदौर क्लाथ मार्केट को-आपरेटिव बैंक में 25 वर्षों तक अपनी सेवाए दी है। शुभलक्ष्मी महिला को ऑपरेटिव बैंक का संचालन आपके मार्गदर्शन में हो रहा है। आप वर्तमान में राष्ट्रीय स्तर के अनेक सेवा प्रकल्पों से जुड़े हुए हैं।
स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्था बैंगलोर (योग विश्वविद्यालय) की म.प्र. इकाई के संरक्षक भी है। आपकी बहुमुखी प्रतिभा का सम्मान करते हुए प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री माननीय शिवराज सिंह चौहान ने आपको राज्यमंत्री का दर्जा देते हुए मप्र खनिज विकास निगम का उपाध्यक्ष मनोनीत किया। वर्तमान में आप भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश के प्रदेश प्रवक्ता हैं।
धर्मपत्नी भी सेवापथ की साथी
राजनीति के साथ-साथ आपको धार्मिक संस्कार अपनी माता द्वारा विरासत में प्राप्त हुए। आपने कई भागवत कथा व धार्मिक आयोजन शहर में करवाये। वैश्य महासभा में विशिष्ठ जनप्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक भी आप है।
श्री मालू इंदौर के प्रतिष्ठित चिकित्सालय परमानंद हास्पिटल के ट्रस्टी हैं व स्वामी परमानंद जी के विभिन्न प्रकल्पों के माध्यम से सक्रिय योगदान के साथ धार्मिक क्षेत्र के अनेक आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न करवाने में महत्वपूर्ण व सक्रिय भूमिका का निर्वहन किया है।
आपकी पत्नी ऊष्मा मालू प्रदेश की पहली व संभवतः एकमात्र महिला को-आपरेटिव बैंक शुभलक्ष्मी को-आपरेटिव बैंक की दूसरी बार अध्यक्ष होने के साथ-साथ लेखिका भी हैं। आपके दो पुत्र लव-कुश है व एक पुत्री सुरभी है।
पुत्री का विवाह लोहारदा जिला देवास के समाजसेवी सीताराम नोगजा के पुत्र श्रीराज से हुआ है। लव का विवाह इंदौर की इंटीरियर डिजाइनर तनुप्रिया मूँदड़ा व कुश का विवाह रायपुर की चार्टड अकाउंटेंट स्नेहा लाहोटी से अभी संपन्न हुआ है।
आनंद गोष्ठी सेवा का बना अद्भुत सोपान
श्री गोविंद मालू के लिए आनंद गोष्ठी जीवन का एक अद्भुत और महत्वपूर्ण सोपान रहा है। इसके माध्यम से उन्होंने सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और खेल की दुनिया में सेवा करने और उत्थान करने का संकल्प लिया। समाज, संस्कृति, धर्म हो या खेल का मैदान आनंद गोष्ठी के माध्यम से श्री मालू ने सभी को जोड़ने का प्रयास किया।
खेल जगत में ‘‘आंखों देखा हाल’’ स्पर्धा का आयोजन तो इस संस्था के लिए मील का पत्थर ही साबित हुआ। इसके माध्यम से प्रदेश की कई प्रतिभाओं को तराशने का काम किया गया। आनंद गोष्ठी के माध्यम से ही आपातकाल मे वैचारिक जनजागरण का काम किया गया जिसके अंतर्गत विचार गोष्ठियों के माध्यम से जागरूकता का अभियान चलाया गया।
कई सेवा कार्य तत्कालीन जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भूमिगत रूप में चलाए गए। संस्था आनंद गोष्ठी के माध्यम से ही कई धार्मिक आयोजन भी किए गए। इनमें पूज्य किरीट भाई जी, साध्वी ऋतम्भराजी और साध्वी कनकेश्वरी देवी की राम कथा तथा भागवत कथा के कई स्मरणीय सफल आयोजन इंदौर शहर में हुए।
प्रसिद्ध संत पण्डोखर सरकार का भव्य दरबार भी इंदौर के चर्चित आयोजनों में से एक रहा। वर्तमान कोरोना काल में स्वास्थ्य सेवाओं के अंतर्गत पूरी टीम के साथ सेवा कार्य किया गया। इसके अंतर्गत करीब 40 हजार रोग प्रतिरोधक काढ़े के पैकेट का वितरण, 2 लाख एनर्जी ड्रिंक के पैकेट के वितरण के अलावा डाबर शहद का निःशुल्क वितरण किया गया।
मास्क लगाने के जन जागरण अभियान को बच्चों की टोली बनाकर शहर के 100 स्थानों पर चलाया गया। इसके अलावा समय समय पर छात्र-छात्राओं को कापी-किताबों का वितरण कार्य भी किया गया।