Personality of the month

समाजसेवी “मन” के राजनेता- राम मंत्री

यदि राजनेता के मन में मानवीय संवेदनाऐं हिलोरें लेने लगें तो कैसे उसका राजनीति का पथ भी समाजसेवा बन जाता है, इसी का उदाहरण हैं, कोटा निवासी वरिष्ठ भाजपा नेता राम मंत्री । उम्र के इस पड़ाव पर भी न सिर्फ राजनीति बल्कि उनकी समाजसेवी की यात्रा भी वैसी ही जारी है, जैसी युवावस्था में जारी थी।

जब भी राजनीति के क्षेत्र में योगदानों की चर्चा होती है, तो कोटा में न सिर्फ भाजपा बल्कि उसकी प्रतिस्पर्धी पार्टी के नेता भी वरिष्ठ भाजपा नेता राम मंत्री के योगदानों के प्रति नतमस्तक हुए बिना नहीं रहते। तत्कालीन भारतीय जन संघ से वर्ष 1967 में सक्रिय कार्यकारिणी सदस्य के रूप में जो जुड़ाव हुआ तो वह आजीवन चलता ही चला गया।

उम्र के इस पड़ाव पर भी उनकी भाजपा की सेवा वैसी ही जारी है। कुछ समय पूर्व श्री मंत्री भाजपा प्रकोष्ठ कोटा शहर की आजीवन सहयोग निधि संयोजक की भूमिका निभाते हुए पार्टी के लिये सुनियोजित ढंग से अर्थ संग्रह करवा चुके हैं।


उच्च शिक्षा के बावजूद राजनीति की राह

झालरापाटन, जिला झालावाड के प्रतिष्ठित व्यवसायिक परिवार में जन्में श्री राम मंत्री ने बी.ए. (राजस्थान के अग्रणी शिक्षा संस्थान बिरला कॉलेज ऑफ आर्ट्स से) तथा एम.ए. (समाजशास्त्र) दयानंद एग्लोवैदिक कॉलेज अजमेर से पूर्ण किया फिर अंतर्राष्ट्रीय स्तर की संस्थान नेशनल कॉउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनोमिक रिसर्च, नईदिल्ली में रिसर्च इंटरव्यूर के नाते वर्ष 1962-1965 तक सेवा की।

किशोरावस्था से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े थे अतएव राष्ट्र सेवा की अटूट आस्था से प्रेरित होकर त्याग पत्र देकर स्वतंत्र व्यक्तित्व निर्माण हेतु निजी व्यवसाय करने के लिए कोटा आकर संघ की सांस्कृतिक गतिविधियों में सक्रियता से भागीदारी निभाने लगे। आपातकाल के 19 माह में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ कोटा विभाग प्रचारक राजेंद्र भाई के सानिध्य में भूमिगत आंदोलन में सक्रिय रहे।


सतत चली राजनीतिक यात्रा

राम मंत्री

सन् 1967 से ही भारतीय जनसंघ एवं तत्पश्चात भाजपा पार्टी, कोटा की कार्यकारिणी में लगातार सक्रिय भागीदारी निभाई। साथ ही पार्टी द्वारा संचालित प्रत्येक आंदोलन व प्रदर्शन में अग्रणी रहे। कोटा महानगर के भाजपा के कोषाध्यक्ष पद पर रहकर 7 वर्ष तक पार्टी को आर्थिक सम्बल दिलवाने में योगदान रहा। कोटा महानगर के व्यापार व उद्योग प्रकोष्ठ के संयोजक रहे।

कोटा महानगर के भाजपा के चार वर्ष तक प्रवक्ता रहकर इस चुनौतीपूर्ण दायित्व को गंभीरता से प्रतिदिन दो घंटे कार्यालय में बैठकर निभाया। राजस्थान सरकार द्वारा मनोनीत जेल सलाहकार समिति के सदस्य का दायित्व निभाया। कोटा दिल्ली रेल चलाओ आंदोलन हेतु कोटा के सम्पूर्ण भाजपा के शीर्षस्थ नेतृत्व के साथ 7 दिन की जेल यात्रा की।

राम मंदिर निर्माण आंदोलन के प्रथम चरण में कोटा के शीर्षस्थ नेता स्व.श्री रघुवीरसिंह कौशल एवं स्व. श्री मणिभाई पटेल एवं अन्य नेताओं के साथ आगरा जेल में रहे। कश्मीर में धारा-370 को हटाने को लेकर पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी के साथ जम्मू जाकर हाड़ौती का प्रतिनिधित्व किया।


समाजसेवा में सतत योगदान

कोटा नगर माहेश्वरी समाज के दो बार महामंत्री रहे। साथ ही वर्तमान में भी अखिल भारतीय माहेश्वरी महासभा के कार्यकारी मण्डल सदस्य हैं। पूर्वी राजस्थान प्रादेशिक माहेश्वरी कार्यकारिणी सदस्य, माहेश्वरी पब्लिक स्कूल प्रबंध समिति सदस्य, दादावाड़ी माहेश्वरी समाज के संस्थापक अध्यक्ष तथा कोटा शहर पंचायत के कार्यकारिणी सदस्य रहे हैं।

व्यावसायिक क्षेत्र में कोटा की 150 व्यापारी व औद्योगिक संस्था की प्रतिनिधि संस्था कोटा व्यापार महासंघ द्वारा कोटा में आई.आई.टी. लाने हेतु सर्वदलीय संघर्ष समिति के संयोजक रहे। शीघ्र वायु सेवा प्रारंभ करने हेतु भी आंदोलन किया। कोटा व्यापार महासंघ के उपाध्यक्ष पद को भी सुशोभित किया। राजस्थान प्रदेश की प्रतिनिधि व्यापारिक संस्था फेडरेशन ऑफ राजस्थान ट्रेड इण्डस्ट्री के अनेक वर्षों तक कार्य समिति सदस्य रहे। व्यावसायिक संगठन कोटा पाईप व सेनेट्री एसोसिएशन के भी वर्षों तक अध्यक्ष रहे।


Related Articles

Back to top button