Aapni Boli

बच्चों रा संस्कार

खम्मा घणी सा हुकम आप बात कर रही है हां बच्चो री तो हुक्म बच्चों में संस्कार हमेशा आपरे घर मे बड़ों ने देखने ही आवे इण वास्ते जरूरी है खुद का आचरण सही राखणो। हुक्म अगर गमले में ठीक सूं खाद डाली जाए तो पौधों भी सुंदर लागे..संस्कार भी वो ही काम करें हुक्म अक्सर देखियों जावे..

कोई बच्चे रे खराब आदत पर लोग फब्तियां कस ने लाग जावें कि अच्छा संस्कार नहीं मिलीयां या पर आप बताओ कांई संस्कारों ने जबरन बच्चा पर थोपियाँ नही जावे? या कॉपी पेन लेने उन्हें रटाया नहीं जावे ….?

नही न बब्बो में बचपन सूं ही अच्छा संस्कार पड़े इण वास्ते हमेशा यां बात बहुत ध्यान रखनी है कि कहीं अपना बच्चा संस्कारों से दूर तो नहीं हो रहा है?


हुकम बच्चों की परवरिश में कुछ बात बहुत ध्यान रखण री है हर चीज देवण री आदत ….बच्चे री हर जायज नाजायज जिद ने पूरी करणी… या आदत बच्चे ने आगे जाने हिंसक बणावे हुक्म बच्चो रे विकास वास्ते अपने बच्चे की गतिविधियों पर नजर रखनी री जरूरत है..

अगर दोनों माता-पिता कामकाजी है तो पूरो ध्यान देना मुश्किल है पर या आदत जरूर डालें कि बच्चों कोई भी काम बिना सहमति ना करें आज आपा सब तकनीकी विज्ञान में इता व्यस्त हूँ गया हां कि बचपन सूं ही सारा काम अंगुलियों रे इशारे पर जैसे लेपटोप पर गाणा सुणना कंप्यूटर पर गेम खेलना फेसबुक चलाणो व्हाट्सएप आजकल बच्चों रो सारा काम इंटरनेट पर हूँ ग्यो है वे खुद नहीं समझे कि कांई सही है और कांई गलत है वे वी ही सीखे जो दिखाई दे…

वाणे हाथ में तकनीकी खिलौनों देवणों भी बहुत जरूरी है पर ऊन पर नजर भी राखणी सबसे महत्वपूर्ण है हुकम बच्चों ने समझाणों वाणे नजरिए सूं चीजों ने देखो बच्चों रे साथे दोस्तों आदि के बारे में बातें करता रेवणो कम्युनिकेशन गेप सारी चीज खराब कर देवें

आप बच्चों रे नजरिए ने देखते हुए कोई बात समझाओला तो ही बच्चा आपरी बात समझ पावेला…समय परिवर्तन हूँ ग्यो है बच्चो रे साथे मित्र बन आप बच्चे में संस्कार रा बिज़ बोय सकों जिन्ही जड़ा मजबूत बन ने मीठा फल देवेला।

स्वाति जैसलमेरिया


Via
Sri Maheshwari Times

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