कोरोना सिर्फ सावधानी ही सुरक्षा
सावधानी ही सुरक्षा – वर्तमान दौर में शब्द “कोरोना‘ भय का पर्याय बन चुका है। कारण है इसका मौत की ऐसी महामारी के रूप में सम्पूर्ण विश्व में फैलना, जिसका कोई उचित इलाज अभी उपलब्ध नहीं है। वर्तमान में तमाम देश जो भी प्रयास कर रहे हैं, वह है सिर्फ इससे बचाव क्योंकि चिकित्सा के लिये तो अभी शोध चल रहा है।
कोरोना यानी कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप के साथ जनमानस की चिंता भी बढ़ती जा रही है। वायरस का नाम है ‘कोरोना’ और इसके संक्रमण से होने वाला रोग (covid-19) है। मतलब कोरोना वायरस डिजीज है और 19 इसलिए क्योंकि इसका पहला मामला 2019 दिसम्बर में सामने आया।
दरअसल यह सिर्फ एक वायरस नहीं बल्कि वायरस का समूह है। इससे कोई भी संक्रमित हो सतर्क रहना आवश्यक है। इससे खुद को कैसे सुरक्षित रखना है, आप क्या क्या कर सकते हैं, यह जानना जरूरी है।
न करें लक्षणों को नजर अंदाज: सावधानी ही सुरक्षा
कोरोना के संक्रमण से भयभीत होने के बजाय संक्रमण से बचना चाहिए। बुखार, गले में दर्द या जुकाम है तो जरूरी नहीं है कि यह कोरोना संक्रमण ही हो। ये मौसमी जुकाम या फ्लू भी हो सकता है। मौसमी फ्लू व साधारण सर्दी जुकाम का आसान इलाज मौजूद है। ये इससे अधिकतम 4 दिनों में काफी हद तक ठीक हो जाते हैं।
लेकिन यदि यह अवधि 5 से 7 दिन हो गई और कोई लाभ नहीं हो रहा है, तो छुपाये नहीं, डॉक्टर को अवश्य दिखाकर आवश्यक परामर्श लें। ऐसी स्थिति में कोरोना से प्रभावित होने की आशंका बढ़ जाती है। यदि इन स्थितियों को नजरअंदाज किया गया तो ये न सिर्फ स्वयं के लिये अपितु आपके परिवार व अन्य अपनों के लिये भी खतरनाक साबित हो सकता है।
स्वास्थ्यवर्धक आहार लें: सावधानी ही सुरक्षा
इस बीमारी से बचाव के लिये हमें हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर भी ध्यान देना चाहिए। उम्र बढ़ने के साथ-साथ दमा, ब्रॉन्काइटिस जैसी श्वास की परेशानियां भी होने लगती है। हृदय संबंधी दिवकतें भी होती हैं। विटामिन – सी युक्त फलों का सेवन करें।
हालांकि इसका कोई प्रमाण नहीं है कि ये कितना लाभ करें, पर इसके सेवन से शरीर को बीमारियों से लड़ने की ताकत मिलती है। सूखे मेवे अखरोट, बादाम और खून में जरूरी विटामिन-सी नियासिन और राइबोफ्लेविन बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ाते हैं। विटामिन ई एंटीऑक्सीडेंट्स भी है, जो शरीर की कोशिकाओं को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं।
भ्रांतियों से रहें दूर:
भ्रांति – लहसुन खाने से दूर होगा कोरोना वायरस?
तथ्य- ये बात पूरी तरह गलत है क्योंकि लहसुन में एंटीबेक्टिरियल गुण होते हैं। लेकिन इसका कोई अभी तक वैज्ञानिक विश्लेषण नहीं है।
भ्रांति- तापमान बढ़ने पर वायरस कम हो जाएगा?
तथ्य- इस बात का अभी कोई संकेत नहीं। हाँ पर वायरस का ट्रांसमिशन यानि एक से दूसरे को फैलना काफी हद तक कम हो जायेगा।
भ्रांति- क्या गोमूत्र या गोबर इस वायरस को रोक सकते हैं?
तथ्य- इस वायरस का प्रभाव मनुष्यों और जानवरों दोनों पर समान है और डब्ल्यूएचओ के अनुसार कोरोना वायरस दोनों के मल से भी फैल सकता है।
भ्रांति- अल्कोहोल के सेवन से वायरस मर जाता है?
तथ्य- नहीं। अल्कोहोल आधारित सैनिटाइजर का इस्तेमाल संक्रमण से बचने के लिए जरूर करना चाहिए। अल्कोहोल और क्लोरिन दोनों ही कीटाणुरहित सतहों के लिए उपयुक्त है।
भ्रांति- कोरोना वायरस मच्छर के काटने से फैल सकता है?
तथ्य- यह एक धसन वायरस है। कोई संक्रमित व्यक्ति जब खांसता है या छींकता है, या नाक साफ करता है, तो उससे फैलता है। मच्छर का इस वायरस से संबंध है या नहीं, कहना मुश्किल है।
भ्रांति- क्या मास्क पहनना हर एक को जरूरी है?
तथ्य- जब किसी सार्वजनिक स्थान पर जाना जरूरी हो, तो मास्क या रूमाल लगाकर ही जाएं। इससे आप बार- बार मुंह नाक को हाथ लगाने से बचेंगे और अगर वहां किसी सतह या वस्तु पर वायरस हुआ तो उससे भी बचेंगे।
भ्रांति- पालतू जानवरों द्वारा यह वायरस फैलता है?
तथ्य- नहीं, किंतु आपको जानवरों के साथ सीधे संपर्क में आने से बचना चाहिए तथा हाथों को साबुन से जरूर धोएं।
-डॉ रुचिता लोहिया, वर्धा