सिरदर्द को रफूचक्कर करती- महाशीर्ष मुद्रा
वर्तमान दौर की तनावपूर्ण जीवन शैली में सिरदर्द एक आम समस्या है। इस समस्या का भी बिना किसी दवा के महशीर्ष योग मुद्रा से समाधान किया जा सकता है।
कैसे करें
सबसे पहले अनामिका उंगली को अंगूठे की गद्दी में लगाकर, अंगूठे, तर्जनी और मध्यमा उंगली के अग्रभाग मिला लें। सबसे छोटी उंगली को सीधी रखें। अर्थात् सूर्य मुद्रा और व्यान मुद्रा एक साथ लगाएं। 6 मिनट के लिये, दिन में 3 बार इसे करें।
लाभ
यह मुद्रा सिर दर्द के लिये बड़ी लाभकारी है। सिर दर्द कैसा भी हो उसका कोई भी कारण हो, इस मुद्रा से लाभ होगा। सिर दर्द, जुकाम चाहे साईनस के कारण हो, तनाव के कारण हो, मौसम के कारण हो, अपच के कारण हो अथवा सरवाईकल या कमर दर्द या मासिक धर्म के कारण हो।
इस मुद्रा से हमारी उर्जा शक्ति शरीर के सभी भागों में समान रूप से फैलती है। उच्च रक्तचाप ठीक होता है। सिर में सूजन नहीं होती है। सिर दर्द का मुख्य कारण है, सिर की नसों में सूजन व शोथ। यह मुद्रा तनाव कम करती है। साइनस में भी लाभकारी है। इससे मोटापा भी कम होता है, कोलेस्ट्रोल व रक्तचाप भी कम होता है, ठीक होता है। मधुमेह में भी लाभकारी है।